रविकांत साहू, सिमडेगा
अल्बर्ट एक्का स्टेडियम में शिव शिष्य हरिद्रानंद फाउंडेशन के तत्वधान में शिव गुरु महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया. अल्बर्ट एक्का स्टेडियम में आज मुख्य रूप से उद्घोषक के रूप में कालखंड के प्रथम शिव शिष्य हरिद्रानंद जी अपने शिष्यों के साथ उपस्थित थे. शिव गुरु महोत्सव के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सिमडेगा जिले के अलावा छत्तीसगढ़ एवं उड़ीसा से भी काफी संख्या में शिवगुरु सदस्य का आगमन हुआ.
अपने संबोधन में हरिद्रानंद जी ने कहा कि आज व्यक्ति स्वहित में लगा है. समाज टूटने की स्थिति में है. आज व्यक्ति के मन को आत्मा के तल पर विकसित करने की आवश्यकता है. ताकि मानव मन संकीर्णताओं से निवृत्ति पा सके. उन्होंने कहा कि आज योग्य गुरुओं की कमी हो गयी हैं. अध्यात्म के गलत दिशा निर्देशों के कारण पूजा पद्धति कालगत समस्याओं एवं संकीर्णताओं को दूर करने में असफल होकर आरोपों के घेरे में है.
अध्यात्म के इस संक्रांति काल में मानव कल्याण हेतु एक मात्र विकल्प सही गुरु का उपलब्ध होना है. कोई भी व्यक्ति शिव को सहजता से अपना गुरु बना सकता है. महेश्वर शिव का यथार्थ में जन-जन का गुरु होना ही जगत गुरु एवं महागुरु पद की सार्थकता को सिद्ध करता है. उन्होंने कहा कि संसार के सभी लोग जानते है कि भगवान शिव गुरु हैं.
शिव सत्य है. हम सभी राम, कृष्ण का जन्म मनाते है किंतु शिव का जन्मदिन नहीं मनाते. वे अजन्मा हैं. उन्होंने कहा कि 1990 से शिव शिष्य बनने तथा बनाने की चर्चा एक कमरे से बाहर आयी. उन्होंने कहा कि मेरा जीवन शिव की शिष्यता के प्रति जनमानस को जागरूक करने की दिशा में पूर्ण रूप से समर्पित है. शिव शिष्य हरिद्रानंद फाउंडेशन के अध्यक्ष बरखा ने भी लोगों को संबोधित किया.
कार्यक्रम के दौरान भजन कीर्तन भी प्रस्तुत किये गये. इस अवसर पर काफी संख्या में शिव सदस्य उपस्थित होकर शिव गुरु शिष्य हरिद्रानंद जी के प्रवचन को सुनकर लाभान्वित हुए. कार्यक्रम को सफल बनाने शिव गुरु स्थानीय समिति के अनिता गुप्ता, जितेंद्र प्रसाद, प्रदीप केशरी, दुलारी देवी, पूनम देवी, क्रेता देवी, सुनीता देवी, शीला देवी, रूपा देवी, सत्यम देवी, उर्मिला देवी, मंजू देवी, गीता देवी, चंपा देवी, प्रभा देवी, शकुंतला देवी, अनिता देवी, चंद्रमुखी देवी, पूर्णिमा चौधरी, प्रणीता चौधरी, अंजली देवी, गीता देवी, प्रमीला देवी, संगीता सोनी, रीता देवी, साबो देवी, रीना देवी, संगीता देवी, मंजू देवी, सबिता देवी के अलावा अन्य लोगों ने सराहनीय कार्य किया.