प्राचीनकाल से ही ऋषि-मुनियों का देश रहा है भारत : सुदर्शन
युवाओं से समाज की मुख्यधारा से जुड़ने की अपील गुमला : भारत प्राचीन काल से ही ऋषि-मुनियों का देश रहा है. संत मुनी और अध्यात्म के हमारे देश की पहचान भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण से है. ये बातें केंद्रीय राज्यमंत्री सह सांसद सुदर्शन भगत ने कही. वे गुमला के पूर्वी क्षेत्र मुरकुंडा में आयोजित […]
युवाओं से समाज की मुख्यधारा से जुड़ने की अपील
गुमला : भारत प्राचीन काल से ही ऋषि-मुनियों का देश रहा है. संत मुनी और अध्यात्म के हमारे देश की पहचान भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण से है. ये बातें केंद्रीय राज्यमंत्री सह सांसद सुदर्शन भगत ने कही. वे गुमला के पूर्वी क्षेत्र मुरकुंडा में आयोजित नौ दिवसीय रूद्र महायज्ञ में शनिवार को लोगों को संबोधित कर रहे थे.
इस दौरान श्री भगत ने यज्ञ में पूजा-अर्चना की और क्षेत्र में सुख-शांति व समृद्धि की कामना की. उन्होंने कहा कि यज्ञ से क्षेत्र में स्वत: ही सुख-शांति व समृद्धि आती है. वहीं जम्मू कश्मीर के पुलवामा में शहीद जवानों को नमन करते हुए कहा कि हमारे समाज का युवा वर्ग भटकाव की ओर है. इस प्रकार के यज्ञ से शांति और अध्यात्म का मार्ग प्रशस्त होता है. इस रूद्र महायज्ञ में दूर-दूर से साधु संत आये हैं. उनसे आशीर्वचन लेकर समाज की मुख्यधारा से जुड़ें. वहीं रूद्र महायज्ञ के पांचवे दिन पूजा-अर्चना के बाद झांसी की राधा भारती और रामायनी जी महाराज ने प्रवचन दिये.
महंत बलराम शरण जी महाराज ने कहा कि विश्व शांति और मानव कल्याण के लिए यज्ञ का आयोजन किया गया है. इस अवसर पर पूर्व विधायक कमलेश उरांव, सविंद्र सिंह, विनोद कश्यप, कल्याण बाबा, बीडीओ संध्या मुंडू, विजय चौधरी, मनोज साहू, बजरंग अकेला, राजेश भारती, अजय साहू, शशिकिरण प्रसाद व बृजेश पाठक सहित काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे.