रविकांत साहू, सिमडेगा
सिमडेगा पुलिस ने अंतर राज्य अपराधिक संगठन डी कंपनी का सरगना दीप नारायण सिंह समेत एक अन्य सहयोगी फूलन देवी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की. पकड़े गये डी कंपनी के सुप्रीमो दीप नारायण सिंह के पास से एक लोडेड रिवाल्वर एवं 34 जिंदा कारतूस बरामद किया गया है. इसके साथ ही 13 मोबाइल फोन भी बरामद किये गये. डी कंपनी सुप्रीमो दीप नारायण सिंह का सरगना बिहार, छत्तीसगढ़, ओडिशा एवं बंगाल के राज्यों में फैला हुआ था.
दीप नारायण सिंह अपराधी संगठन बनाकर सिमडेगा जिले में 2002 से ही अपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहा था. दीप नारायण सिंह पर कई हत्या लूट लेवी मांगने एवं आर एक्ट के तहत मामला दर्ज है. दीप नारायण सिंह की गिरफ्तारी को पुलिस बहुत बड़ी सफलता मांग रही है. एसपी संजीव कुमार का कहना है कि दीप नारायण की गिरफ्तारी से सिमडेगा जिले से अपराधिक संगठन डी कंपनी का पूरी तरह से सफाया हो चुका है.
एसपी संजीव कुमार सिंह ने बताया कि दीप नारायण सिंह एक ठेकेदार की हत्या करने के नियत से कोलेबिरा थाना क्षेत्र के पूर्णा पानी जंगल में छुपा हुआ था. जिसकी सूचना उन्हें मिली. गुप्त सूचना के आधार पर एसपी निर्मल गोप, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजकिशोर, पुलिस निरीक्षक आलोक सिंह एवं कोलेबिरा थाना प्रभारी रविशंकर सहित सशस्त्र बलों की एक टीम बनायी गयी.
टीम द्वारा पूर्णा पानी जंगल में छापामारी कर दीप नारायण सिंह को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की दीप नारायण सिंह की निशानदेही पर ही उसके एक अन्य सहयोगी फुल इंदर सिंह को भी गिरफ्तार किया गया दीप नारायण सिंह भानु थाना क्षेत्र के कूलर रूम का रहने वाला है. वहीं, फुल इंदर सिंह गुमला जिले के बसिया थाना के कदमडीह का रहने वाला है.
एसपी संजीव कुमार सिंह ने बताया कि डी कंपनी बंगाल में रहकर अपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा था दीप नारायण सिंह के ऊपर हत्या, लूट, आर्म्स एक्ट एवं लेने के मामले को लेकर सिमडेगा थाना क्षेत्र के वीरा बानो बोलबा के अलावे गुमला जिला के बसिया एवं कामदारा तथा पालकोट थाना क्षेत्र में कई मामले दर्ज हैं.
एसपी ने बताया कि स्पीडी ट्रायल के माध्यम से दीप नारायण सिंह को कड़ी सजा दिलायी जायेगी जेएलटी नक्सलियों द्वारा दीप नारायण सिंह के परिजनों की हत्या के बाद उसने डी कंपनी अपराधिक संगठन खड़ा किया संगठन के बैनर तले दीप नारायण सिंह ने कई रेल्टी नक्सली को मार गिराया. अपराधिक संगठन पूरी तरह से खड़ा हो जाने के बाद दीपनारायण लेवी वसूली के धंधे में लग गया. इस क्रम में कई हत्या, लूट, आर्म्स एक्ट एवं लेवी वसूली के मामले को भी अंजाम देना शुरू कर दिया. दीप नारायण सिंह सिमडेगा पुलिस ही नहीं गुमला पुलिस के लिए भी सर दर्द बना हुआ था.