– कैथोलिक सभा का दो दिवसीय अधिवेशन संपन्न
रविकांत साहू, सिमडेगा
सामटोली स्थित संत अन्ना महागिरजाघर परिसर में धर्म प्रांतीय कैथोलिक सभा का दो दिवसीय 23वां वार्षिक अधिवेशन संपन्न हो गया. कार्यक्रम में सिमडेगा धर्म प्रांत के सातों भिखारिएट के लगभग 5000 लोगों ने भाग लिया. समापन समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित फादर मरियानुस एक्का ने अपने संबोधन में कहा कि ईश्वर द्वारा दिये गये जिमेवारियों को पूर्ण करना हमारा कर्तव्य है. हम ईश्वर के चुने हुए संतान हैं.
उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु के बताये मार्ग पर चलें तथा प्रेम व भाइचारगी का संदेश दें. राष्ट्रीय इसाई महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभाकर तिर्की ने कहा कि हमें आदिवासियों की समस्याओं पर गंभीरता से विचार करने चाहिए. आज के परिवेश में आदिवासी समाज के उपर कई प्रकार के संकट उत्पन्न हो गये हैं. हमारे संवैधानिक अधिकारों को छीनने का काम किया जा रहा है. हमें सामाजिक एवं राजनैतिक रूप से एकजुट होकर अपने आप को सशक्त बनाना होगा. साथ ही आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होकर समाज के निर्माण की दिशा तलाशनी होगी.
कैथोलिक सभा के अध्यक्ष भूषण बाड़ा ने कहा कि आज इसाई समाज के सामने कई प्रकार की चुनौतियां आ गयी हैं. साथ ही कई प्रकार के संकट का सामना हमें करना पड़ रहा है. विपरीत परिस्थितियों में हमें एकजुटता का परिचय देना होगा. इस मौके पर मिस्सा अनुष्ठान का भी आयोजन किया गया.
बिशप विंसेंट बरवा ने मिस्सा अनुष्ठान संपन्न कराते हुए अपने प्रवचन में कहा कि आदिवासी समाज के समस्याओं को जानने मात्र से कुछ नहीं होगा बल्कि हमें समस्या का समाधान ढुंढना होगा. इस अवसर पर मिस्सा गीत संचालन अपोस्तोलिक स्कूल के छात्रों ने किया.
कार्यक्रम का संचालन भूषण बाड़ा ने किया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से सुनील मिंज, जोन लकड़ा, कुलकांत करकेट्टा, जेम्स पी केरकेट्टा, जेम्स डुंगडुंग, सेराफिनुस कुल्लू, फादर थोमस सोरेंग, फादर तोबियस केरकेट्टा, फादर पीटर मिंज, फादर तोबियस सोरेंग, फादर शैलेस केरकेट्टा के अलावा काफी संख्या में विश्वासी उपस्थित थे.