जामपानी पल्ली में 159, बच्चे बच्चियों ने ग्रहण किया प्रथम परम प्रसाद
रविकांत साहू सिमडेगा: ठेठईटांगर प्रखंड के जामपानी पल्ली परिसर में रविवार को प्रथम परम प्रसाद ग्रहण समारोह का आयोजन कर पल्ली के 80,बालक और 79, बालिका कुल 159, बच्चे बच्चियों को प्रथम परम प्रसाद ग्रहण कराया गया. मुख्य अनुषठाता के रूप में पल्ली पुरोहित फादर थोमस सोरेंग ने धार्मिक अनुष्ठान के बीच बच्चों को प्रथम […]
रविकांत साहू
सिमडेगा: ठेठईटांगर प्रखंड के जामपानी पल्ली परिसर में रविवार को प्रथम परम प्रसाद ग्रहण समारोह का आयोजन कर पल्ली के 80,बालक और 79, बालिका कुल 159, बच्चे बच्चियों को प्रथम परम प्रसाद ग्रहण कराया गया. मुख्य अनुषठाता के रूप में पल्ली पुरोहित फादर थोमस सोरेंग ने धार्मिक अनुष्ठान के बीच बच्चों को प्रथम परम प्रसाद ग्रहण कराया.
पल्ली पुरोहित फादर थोमस सोरेंग ने संदेश देते हुए कहा कि रोटी और दाखरस को अपने जीवन में पहली बार परम प्रसाद के रूप में ग्रहण कर ईश्वर के करीब पहुंच जाते हैं. उन्होंने कहा कि ख्रिस्तीय जीवन को मजबूती प्रदान करने के लिए विधिवत पवित्र हृदय और मन से प्रथम परम प्रसाद ग्रहण करना अति आवश्यक है. यह ईश्वर के प्रेम का प्रतीक है.
उन्होंने कहा कि प्रथम परम प्रसाद ग्रहण करते ही आत्मा में नयी उमंग, जोश और स्फूर्ति का संचार होता है. उन्होंने बच्चों से कहा कि ईश्वर के प्रति विश्वास को मजबूत करें. प्रभु यीशु के वचनों को आत्मसात करें. कहा कि माता-पिता एवं बड़ों का आदर करें और छोटों को प्यार करें. फादर ने कहा कि माता-पिता एवं अभिभावक अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा एवं संस्कार देकर अपने कर्तव्यों का ईमानदारीपूर्वक निर्वाह करें.
इस अवसर पर उपस्थित बच्चों को प्रथम परम प्रसाद ग्रहण पुरोहितों द्वारा कराया गया. इसके पूर्व पुरोहित का स्वागत करते हुए समारोह स्थल तक लाया गया. यहां मुख्य अनुष्ठाता के रूप में उपस्थित पल्ली पुरोहित फादर थोमस सोरेंग की अगुवाई में मिस्सा अनुष्ठान संपन्न हुआ. उनका सहयोग फादर जॉन केरकेट्टा, फादर सुनील केरकेट्टा और फादर संजीव डुंगडुंग ने दिया.
सेवक की भूमिका आसित के केरकेट्टा, अमित सोरेंग, फुलजेस मिंज और पातरिक ने निभायी. परम प्रसाद ग्रहण करने के बाद बच्चों का स्वागत किया गया. कार्यक्रम के दौरान शांति कॉलोनी और बरटोली कोयर दल के सदस्यों द्वारा मिस्सा गीत प्रस्तुत किया गया. इसमें 16 मंडली के लोगों ने भाग लिया.
राचाकोना, बोडाखाडा कुडपानी, पुरना पानी, करमा पानी, अलसगा, बासपहार, कुसुमबेड़ा, कोन्देडेगा, सेमरकुदर कुरकुरा, केसरा, करमापानी, बौराघाट के अलावा अन्य मंडलियों ने मिस्सा गीत प्रस्तुत किये. इस अवसर हजारों लोग मौजूद थे.