रविकांत साहू, सिमडेगा
गरजा में एकलव्य विद्यालय के निर्माण को लेकर हुए विवाद के मामले में कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक नियेल तिर्की एवं अन्य कांग्रेसी नेता आज राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मिले. राज्यपाल से मिलकर नियेल तिर्की ने पूरे मामले से संबंधित एक ज्ञापन सौंपा है. सौंपे गये ज्ञापन में मुख्य रूप से पूर्व विधायक नियेल तिर्की ने कहा है कि आदिवासियों की जमीन पर जबरन विद्यालय निर्माण किया जा रहा है. जबकि उक्त जमीन आदिवासियों की है और खतियानी जमीन है.
वहीं, प्रशासन ने उसे सरकारी जमीन बताकर उस पर एकलव्य विद्यालय निर्माण कार्य शुरू कर दिया है. निर्माण कार्य का विरोध कर रहे ग्रामीणों में विश्वासी टेटे, श्रद्धा टेटे, सरिता बेक, ग्लोरिया बागे, धर्मदास कंडुलना को गिरफ्तार कर पुलिस ने सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में जेल भेज दिया है.
ज्ञापन में पूर्व विधायक नियेल तिर्की ने कहा है कि खाता संख्या 214 प्लॉट संख्या 1711 रकबा 1.76 डिसमिल में लगभग 70 वर्षों से जोत-कोड़ का कार्य सरिता बेक द्वारा किया जा रहा है. जबकि पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
ज्ञापन में कहा गया है कि प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा संविधान के प्रावधान अनुच्छेद 244 पेशा कानून की धारा 13 (3) का एवं भूमि अधिग्रहण कानून अनुसूचित जनजाति अत्याचार कानून मानवाधिकार के साथ-साथ हमारे आदिवासी संस्कृति परंपरा पहचान को मिटाने हेतु विकास के नाम पर हम लोगों को विनाश की ओर ले जाया जा रहा है. ज्ञापन में श्री तिर्की ने राज्यपाल से उक्त मामले में हस्तक्षेप कर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है.