सिमडेगा में 11000 वोल्ट की चपेट में आने से दो युवकों की मौत, पांच घायल, डीसी ने दिये जांच के आदेश

रांची : झारखंड के सिमडेगा जिला में विद्युतीकरण का काम कर रहे सात मजदूर 11000 वोल्ट की तार की चपेट में आ गये. इसमें दो मजदूरों की करंट लगने से मृत्यु हो गयी और पांच अन्य घायल हो गये. जिले की उपायुक्त विप्रा भाल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच के आदेश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 30, 2019 4:51 PM

रांची : झारखंड के सिमडेगा जिला में विद्युतीकरण का काम कर रहे सात मजदूर 11000 वोल्ट की तार की चपेट में आ गये. इसमें दो मजदूरों की करंट लगने से मृत्यु हो गयी और पांच अन्य घायल हो गये. जिले की उपायुक्त विप्रा भाल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच के आदेश दिये हैं. सिमडेगा एसडीओ को 24 घंटे में जांच रिपोर्ट देने के लिए कहा है.

मामला जलडेगा थाना क्षेत्र के तुरुप डेगा का है. यहां विद्युतीकरण के काम में लगे मजदूर 11 हजार वोल्ट तार की चपेट में आ गये, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ. शुरुआती खबरों में तीन लोगों की मृत्यु की बात कही गयी थी, लेकिन उपायुक्त को भेजी गयी बीडीओ की रिपोर्ट में दो लोगों की मौत की सूचना है. पांच लोगों के घायल होने की बात कही गयी है.

करंट की चपेट में आये सात लोगों में छह पतिअंबा बस्तीटोला के रहने वाले हैं. सभी की उम्र 18 से 26 साल के बीच है. मृतकों के नाम राधे बड़ाइक (21) और संजय बागे (19) हैं. राधे के पिता का नाम चमरू बड़ाइक है, जबकि संजय के पिता का नाम विंसेंट बागे है. संजय बागे पतिअंबा बेलडांड़ का रहने वाला था.

घायलों के नाम गोविंद महतो (19), गांधी लोहरा (18), नितेश कुमार (26), रामकिशोर प्रधान और फ्रांसिस कैथा हैं. ये सभी पतिअंबा बस्तीटोला के रहने वाले हैं. रामकिशोर प्रधान आंशिक रूप से घायल हैं. सभी को इलाज के लिए सिमडेगा सदर अस्पताल भेज दिया गया.

बताया जाता है कि जलडेगा प्रखंड के पंचायत टाटी स्थित तुरुपडेगा गांव के नवाटोली में विद्युतीकरण का काम चल रहा है. काम का ठेका गोपीकृष्ण इन्फ्रा लिमिटेड को मिला है. कंपनी ने एमटीएस को पेटी कांट्रैक्ट दे रखा है. एमटीएस ने पतिअंबा पंचायत के बस्तीटोला एवं बेलडांड़ के युवकों को काम पर लगाया था. 30 जून की सुबह मजदूर तुरुपडेगा गांव के नवाटोली में नये बिजली के खंभे लगा रहे थे. इसी दौरान सात मजदूर 11000 वोल्ट के तार की चपेट में आ गये.

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