कोलेबिरा : कोलेबिरा प्रखंड मुख्यालय से 15 किमी एवं जिला मुख्यालय से 45 किमी की दूरी पर स्थित है मुस्लिम बहुल गांव लसिया. यहां के लोग तीन दशक से लसिया को प्रखंड बनाने की मांग करते आ रहे हैं, किंतु उनकी मांग अब तक पूरी नहीं हुई. इस दौरान कितने विधायक आये और गये, किंतु लसिया को प्रखंड बनाने का सपना पूरा नहीं हो सका.
इस चुनाव में उक्त क्षेत्र के लोगों का लसिया को प्रखंड बनाने की मांग मुख्य चुनावी मुद्दा होगा. चुनाव नजदीक आते ही यहां के लोग अपनी पुरानी मांग को फिर से दोहराने लगे हैं. लोगों का कहना है जो लसिया को प्रखंड बनाने का आश्वासन देगा, वहां के लोग उन्हें ही वोट देंगे.
गांव के यूसुफ अंसारी का कहना है कि वे लोग विगत तीन दशक से लसिया को प्रखंड बनाने की मांग कर रहे हैं लेकिन जितने भी विधायक अभी तक हुए, सभी ने आश्वासन से काम चलाया. यहां के लोग अब झांसे में नहीं आने वाले हैं. इस बार सोच समझ कर वोट दिया जायेगा. अशरफ अंसारी का कहना है कि लसिया को अगर प्रखंड बना दिया जाता, तो क्षेत्र का विकास होता.
आज भी यहां के लोग बुनियादी समस्या से जूझ रहे हैं. गांव में पेयजल की समुचित व्यवस्था नहीं है. सड़कें अच्छी नहीं है. जीत वाहन सिंह का कहना है हम वोट उसी को देंगे, जो गांव का विकास करेगा. अफरोज अंसारी का कहना है हमारा विधायक वही होगा, जो हमारी मांग को पूरा करेगा. हमें केवल अभी तक आश्वासन ही मिला है.
जो लसिया को प्रखंड बनायेगा, वही इस क्षेत्र से जीतेगा. द्विजेंद्र किशोर नाथ मिश्रा का कहना है प्रखंड बनाने की मांग तो हमारी बहुत पुरानी है. जितने भी विधायक अभी तक यहां हुए, सभी ने सिर्फ आश्वासन ही दिया. प्रखंड के अलावा लसिया गांव में कई मूलभूत समस्याएं हैं, जिन्हें आज तक किसी ने निदान नहीं किया.
बालकेश्वर सिंह का कहना है कि हमारे क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधा एवं शिक्षा की अच्छी व्यवस्था नहीं है, जिस कारण यहां के छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. मोहम्मद इकबाल बिनाका का कहना है कि क्षेत्र में शिक्षा, सुरक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधा चुनाव का मुख्य मुद्दा होगा. विधायक ऐसा हो, जो क्षेत्र में स्वास्थ्य की अच्छी व्यवस्था करे. मोहम्मद तैयब अंसारी व बिगुल अंसारी आदि का भी कहना है कि लसिया को प्रखंड बनाना एवं मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना चुनाव का मुख्य मुद्दा होना चाहिए.