रविकांत साहू, सिमडेगा
केंद्र सरकार द्वारा पारित नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में मुसलमानों ने आक्रोश रैली निकाली. रैली में हजारों की संख्या में मुसलिम समाज के लोग शामिल हुए. रैली की शुरूआत इसलामपुर स्थित हारूण रसीद चौक से की गयी. यहां पर सभी मुहल्ले और गांव के लोग इकट्ठा हुए तथा सामूहिक रूप से रैली की शुरुआत की गयी. रैली में शामिल लोग अपने हाथों में बैनर व पोस्टर लिए हुए थे.
लोगों ने सरकार के इस फैसले के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे. अंजुमन इसलामिया सेंट्रल समिति के तत्वावधान में आयोजित इस आक्रोश रैली में शामिल लोग मुख्य पथ, महावीर चौक, झूलन सिंह चौक होते हुए अनुमंडल कार्यालय के समक्ष पहुंचे. जहां अनुमंडल पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया. नगर परिषद कार्यालय के समक्ष धरना दिया गया.
धरने को संबोधित करते हुए मौलाना आसिफुल्लाह ने कहा कि सरकार मुसलमानों के हक को छीन नहीं सकती है. इस देश पर मुसलमानों को बराबर का हक है. इस देश को आजाद कराने में मुसलमानों का काफी योगदान रहा. ऐसी स्थिति में धर्म के आधार पर नागरिकता बिल लागू करना उचित नहीं है. मौलाना आसिफुल्ला ने कहा कि मुसलमानों ने इस देश के लिये जो कुरबानियां दी हैं उसे भुलाया नहीं जा सकता.
मौलाना रौशनुल कादरी ने कहा कि जाति धर्म के आधार पर हिंदुस्तानियों को बांटना अच्छी बात नहीं है. मुसलमानों ने भी इस देश को खून से सींचा है. उन्होंने कहा कि मुसलमान हिंदुस्तान के हैं और हमेशा हिंदुस्तान के ही रहेंगे. उन्होंने कहा कि देश को डॉ भीम राव आंबेडकर द्वारा बनाये गये संविधान का सम्मान करना चाहिए.
मौके पर मौलाना मो मिन्हाज, मो अशफाक के अलावा अन्य लोगों ने भी अपने विचार रखे. कार्यक्रम का संचालन अंजुमन के सचिव मो समी आलम ने किया. धन्यवाद ज्ञापन अंजुमन के सदर मो गयास ने किया. इस अवसर पर मुख्य रूप से पूर्व विधायक बसंत कुमार लोंगा, दिलीप तिर्की, भूषण बाड़ा, प्रदीप केसरी, आकाश सिंह, राजेश सिंह के अलावा काफी संख्या में मुसलिम समाज के लोग उपस्थित थे. कार्यक्रम को सफल बनाने में अंजुमन के मो साजिद, जमीर खान, जमीर हसन, जफर खान, मास्टर महमूद, शहजाद अंसारी, नौशाद अंसारी, अंजर हुसैन, सलमान खान आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी.