सिमडेगा : एनआरसी व सीएए के समर्थन में विशाल जनसभा का आयोजन
रविकांत साहू, सिमडेगा सिमडेगा में एनआरसी एवं सीएए के समर्थन में आज विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के तत्वावधान में विशाल जनसभा एवं रैली का आयोजन किया गया. मुख्य वक्ता के रूप में विहिप के प्रांतीय सह मंत्री विनय पांडेय, बजरंग दल के क्षेत्रीय संयोजक जन्मेजय, रामरेखा धाम के महंत उमाकांत जी महाराज, नप […]
रविकांत साहू, सिमडेगा
सिमडेगा में एनआरसी एवं सीएए के समर्थन में आज विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के तत्वावधान में विशाल जनसभा एवं रैली का आयोजन किया गया. मुख्य वक्ता के रूप में विहिप के प्रांतीय सह मंत्री विनय पांडेय, बजरंग दल के क्षेत्रीय संयोजक जन्मेजय, रामरेखा धाम के महंत उमाकांत जी महाराज, नप उपाध्यक्ष ओमप्रकाश साहू उपस्थित थे.
जनसभा में पहुंचने के लिए विभिन्न प्रखंडों से लोग शहरी क्षेत्र आये थे. इसके बाद जुलूस की शक्ल में लोग एनआरसी लागू करो, सीएए लागू करो व जय श्रीराम के जयघोष के साथ मुख्य सड़क से गुजरते हुए सभा स्थल तक पहुंचे. सभा स्थल पूरी तरह से जय श्रीराम के जयघोष एवं एनआरसी लागू करो, सीएए लागू करो के नारे से गुंजायमान रहा. सभा स्थल पर हजारों की संख्या में महिला एवं पुरुषों की भीड़ देखी गयी. सभा में ज्यादा भीड़ महिलाओं की देखी गयी.
सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि हिंदू, ईसाई एवं अन्य अल्पसंख्यक समाज जो पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान में प्रताड़ित हो रहे हैं, उन्हें भारत में नागरिकता देने के लिए कानून बना है. किसी की नागरिकता छीनने के लिए कानून नहीं बना है. एनआरसी एवं सीएए के नाम पर कुछ लोगों द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा है. हम लोग पाकिस्तान एवं बांग्लादेश में सताये गये हिंदुओं के अलावे ईसाई व अन्य धर्म के लोगों को भी नागरिकता देकर यहां सम्मान की जिंदगी देंगे.
इसके लिए हम सभी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं अमित शाह के हाथों को मजबूत करेंगे और उनसे मांग करेंगे कि हर हाल में एनआरसी एवं सीएए को देश में लागू करें. विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए सभा स्थल के आसपास एवं शहरी क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिस बालों को प्रतिनियुक्त किया गया था.
सभा में भाग लेने वाले हजारों की संख्या में आये ग्रामीणों के लिए भोजन की व्यवस्था सभा स्थल के पास में ही विभिन्न स्टॉल लगाकर किया गया. सीएए एवं एनआरसी के समर्थन में सिमडेगा, कोलेबिरा, जलडेगा, केरसई, कुरडेग के अलावे अन्य प्रखंडों में व्यवसायिक प्रतिष्ठान पूरी तरह से बंद रहे, जबकि वाहनों का आवागमन अन्य दिनों की तरह ही जारी रहा.