ग्राम बाल संरक्षण समिति के सदस्यों की कार्यशाला

बाल अधिकारों को भी समङों तथा उनको अधिकार दिलाने के लिए कार्यरत रहें सिमडेगा : समाहरणालय स्थित समाज कल्याण विभाग के सभागार में सहभागी विकास, यूनिसेफ एवं सीनी रांची के संयुक्त तत्वावधान में ग्राम बाल संरक्षण समिति के सदस्यों के लिए कार्यशाला आयोजन किया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जिला समाज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 10, 2015 3:43 AM
बाल अधिकारों को भी समङों तथा उनको अधिकार दिलाने के लिए कार्यरत रहें
सिमडेगा : समाहरणालय स्थित समाज कल्याण विभाग के सभागार में सहभागी विकास, यूनिसेफ एवं सीनी रांची के संयुक्त तत्वावधान में ग्राम बाल संरक्षण समिति के सदस्यों के लिए कार्यशाला आयोजन किया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी इसलामुल हक एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में यूनिसेफ प्रीति श्रीवास्तव, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी तेजबल शुभम, पीएमआरडीएफ शशिकांत वर्मा, सहभागी विकास के अवधेश कुमार प्रसाद उपस्थित थे.
कार्यक्रम में जलडेगा व कोलेबिरा प्रखंड के 50 गांव के 56 ग्राम बाल संरक्षण समिति के सदस्यों ने भाग लिया. कार्यक्रम के दौरान ग्राम बाल संरक्षण समिति के कार्यो, जिम्मेदारियों एवं भूमिका की जानकारी विस्तार पूर्वक दी गयी. सीनी रांची के श्याम मलिक ने ग्राम बाल संरक्षण समिति के गठन, कार्य का तरीका एवं प्रक्रिया, कठिन पस्थिति वाले बच्चों की पहचान करने आदि की जानकारी विस्तार पूर्वक दी.
यूनिसेफ के प्रीति श्रीवास्तव ने समिति की नियमित बैठक, देखरेख एवं संरक्षण के जरूरतमंद बच्चों की पहचान करने के बारे में प्रतिभागियों को प्रेरित किया. कहा कि शून्य से 18 वर्ष के बच्चों को संरक्षण देने की जरूरत है. जिला समाज कल्याण पदाधिकारी इसलामुल हक ने कहा कि बाल संरक्षण समिति के सदस्य बाल संरक्षण को अपना कर्तव्य समङों तथा अपने कार्यो का निर्वहन सही ढंग से करें.
इस कार्य को सेवा भावना के साथ करें. उन्होंने कहा कि बाल अधिकारों को भी समङों तथा उनका अधिकार दिलाने के लिये कार्यरत रहें. श्री हक ने यह भी कहा कि बाल अधिकारों का हनन हो रहा है. इस पर विशेष नजर रखने की जरूरत है.

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