कारतूस का खोखा लेकर नपं अध्यक्ष के पास पहुंचीं महिलाएं
सिमडेगा : नगर पंचायत के वार्ड नंबर नौ स्थित कोढी चौक के निकट निवास करने वाली महिलाएं कारतूस का खोखा लेकर नगर पंचायत अध्यक्ष फुलसुंदरी देवी के पास पहुंची. जानकारी के मुताबिक बुधवार की शाम को पुलिस कोढी चौक पहुंची तथा हब्बा–डब्बा खेला रहे लोगों को पकड़ने का प्रयास किया. इसी क्रम में जुआरियों ने […]
सिमडेगा : नगर पंचायत के वार्ड नंबर नौ स्थित कोढी चौक के निकट निवास करने वाली महिलाएं कारतूस का खोखा लेकर नगर पंचायत अध्यक्ष फुलसुंदरी देवी के पास पहुंची. जानकारी के मुताबिक बुधवार की शाम को पुलिस कोढी चौक पहुंची तथा हब्बा–डब्बा खेला रहे लोगों को पकड़ने का प्रयास किया.
इसी क्रम में जुआरियों ने पुलिस पर जानलेवा हमला कर दिया था. बचाव में पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी थी.कोढी चौक की महिलाओं ने लगभग 18 कारतूस का खोखा लेकर वार्ड पार्षद राधिका देवी के साथ नगर पंचायत अध्यक्ष फुलसुंदरी देवी के पास पहुंची. महिलाओं का पक्ष सुनने के बाद महिलाओं का एक प्रतिनिधिमंडल फुलसुंदरी देवी के साथ थाना पहुंची.
प्रतिनिधि मंडल में वार्ड पार्षद राधिक बड़ाइक, भाजपा जिला अध्यक्ष संजय ठाकुर भी शामिल थे. फुलसुंदरी देवी ने कहा कि पुलिस निदरेष लोगों को पकड़ कर लायी है. कुछ महिलाओं को भी पकड़ कर लाया गया है.
जो बाहर रहती थीं तथा दो दिन पूर्व ही अपने गांव आयी थी. एसडीपीओ मनजरूल होदा के आदेश पर एक महिला को छोड़ दिया गया. एसडीपीओ ने कहा कि मामले की छानबीन कर निदरेष लोगों को छोड़ दिया जायेगा. दोषी लोगों को बख्शा नहीं जायेगा.
इधर महिलाओं ने कहा कि गोलीबारी की घटना के बाद पुलिस ने घर–घर में घुस कर लोगों की पीटायी की.
घटना को लेकर सदर थाना में कई लोगों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी है. समाचार लिखे जाने तक प्राथमिकी दर्ज कराने की प्रक्रिया जारी थी.
अपराधी समझ के मारली बाबू : कोढी चौक पर पुलिस पर हमले मामले में कोढी चक व आसपास की महिलाओं ने कहा कि हामें मन सउब के अपराधी समईझ के माईर ही. हामे नी जानत रही कि उ मन पुलिस रहैएं. उमन वर्दी नीं पींध रहैंय. हामे सोंचली कि अपराधी मन लुटेक लगीन आ हैंय आउर लूटपाट करअ थे. एक महिला ने कहा कि हामे मन मुरूख माईरही बाबू. हामहो के मार लाईग हे.
जिले के प्रत्येक साप्ताहिक हाट में बेरोक–टोक हब्बा–डब्बा का खेल चल रहा है. सूत्रों की मानें तो हब्बा–डब्बा खेलाने वाले सभी आकाओं को पुलिस अच्छी तरह से जानती है. उन्हें पक ड़ने में पुलिस को कोई खास मशक्कत करने की आवश्यकता नहीं है. अब यह तो समय ही बतायेगा कि एसडीपीओ किस हद तक अपने मिशन में सफलता हासिल करते हैं.