..हरा चारा का वैकल्पिक व्यवस्था है अजोला
किसानों को दी गयी अजोला उत्पादन की जानकारीफोटो फाइल:24एसआइएम:7-जानकारी देते बाएफ के अधिकारीप्रतिनिधिसिमडेगा. गव्य विकास कार्यालय परिसर में बाएफ कार्यक्रम के तहत किसानों के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. शिविर में मुख्य रूप से उपस्थित बाएफ जिला कार्यक्रम पदाधिकारी संजीव कुमार सिंह ने अजोला चार के उत्पादन से संबंधित जानकारी विस्तार पूर्वक दी. […]
किसानों को दी गयी अजोला उत्पादन की जानकारीफोटो फाइल:24एसआइएम:7-जानकारी देते बाएफ के अधिकारीप्रतिनिधिसिमडेगा. गव्य विकास कार्यालय परिसर में बाएफ कार्यक्रम के तहत किसानों के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. शिविर में मुख्य रूप से उपस्थित बाएफ जिला कार्यक्रम पदाधिकारी संजीव कुमार सिंह ने अजोला चार के उत्पादन से संबंधित जानकारी विस्तार पूर्वक दी. उन्होंने कहा कि अजोला हरा चारा का विकल्प है. अजोला पानी की सतह पर तैरने वाला एवं तेली से वृद्धि करने वाला हरा छोटा शैवाल है. अजोला को फीड सप्लीमेंट एवं वायोफर्टिलाइजर के रूप में उपयोग में लाया जाता है. अजोला में प्रोटीन भी पाये जाते हैं. अजोला हर चारा का विकल्प है जिसका उत्पादन पूरे साल किया जा सकता है. उन्होंने काफी साधारण तरीके से अजोला का उत्पादन किया जा सकता है. अजोला को दुधारू पशु को खिलाने से दूसरे दिन से ही दूध का उत्पादन बढ़ जाता है. अजोला झारखंड के पशुपालकों के लिए वरदान है. इसके उत्पादन के लिये काफी कम पानी की जरूरत होती है. उन्होंने कहा कि सभी किसान अजोला का उत्पादन अपने घर में ही करें और दूधारू पशुओं को शक्तिशाली बनायें. कार्यक्रम में मुख्य रूप से गव्य तकनीकी पदाधिकारी वीरेंद्र कुमार, केंद्र प्रभारी अखिलेश सिंह, मणिदेव बड़ाइक, नमन जिदान आइंद, रामनारायण सिंह, विनय तिग्गा, मो इदरीस, सिस्टर तेरेसा के अलावा अन्य किसान उपस्थित थे.