दृढ़ीकरण संस्कार विश्वासियों के लिए महत्वपूर्ण:बिशप वासके
31 बच्चों को दृढ़ीकरण संस्कार ग्रहण कराया गयाफोटो फाइल:29एसआइएम:12-धर्म विधि संपन्न कराते बिशप,13-उपस्थित दृढ़ीकरण संस्कार ग्रहण करने वाले बच्चेप्रतिनिधिकेरसई(सिमडेगा). प्रखंड के किनकेल स्थित सीएनआई चर्च परिसर में दृढ़ीकरण संस्कार ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया. इस अवसर पर मुख्य अनुष्ठाता के रूप में छोटानागपुर डायोसिस रांची के धर्माध्यक्ष बिशप वीवी वासके उपस्थित थे. बिशप वासके […]
31 बच्चों को दृढ़ीकरण संस्कार ग्रहण कराया गयाफोटो फाइल:29एसआइएम:12-धर्म विधि संपन्न कराते बिशप,13-उपस्थित दृढ़ीकरण संस्कार ग्रहण करने वाले बच्चेप्रतिनिधिकेरसई(सिमडेगा). प्रखंड के किनकेल स्थित सीएनआई चर्च परिसर में दृढ़ीकरण संस्कार ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया. इस अवसर पर मुख्य अनुष्ठाता के रूप में छोटानागपुर डायोसिस रांची के धर्माध्यक्ष बिशप वीवी वासके उपस्थित थे. बिशप वासके ने 31 बच्चों का दृढ़ीकरण संस्कार की संपूर्ण धर्म विधि संपन्न करायी. इस अवसर पर मिस्सा अनुष्ठान का भी आयोजन किया गया. मिस्सा अनुष्ठान के दौरान बिशप वासके ने अपने प्रवचन में कहा कि दृढ़ीकरण संस्कार विश्वासियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है. दृढ़ीकरण संस्कार से बच्चों का मन पवित्र होता है तथा बच्चे ईश्वर के करीब पहंुच जाते हैं. उन्होंने कहा कि ईश्वर के और भी करीब होने के लिए विनती व प्रार्थना करें.विनती-प्रार्थना से दुख दूर होता है. ईश्वर को पाने के लिए सच्चे मन ईश्वर की ध्यान में लीन हो जायें. बिशप वासके ने कहा कि जिन बच्चों ने दृढ़ीकरण संस्कार ग्रहण किया है उसे ईश्वर ने चुना है. ईश्वर जिसे चुनता है उस पर विशेष ध्यान भी देता है. इससे पूर्व बिशप सहित अन्य पुरोहितों को प्रवेश नृत्य के साथ स्वागत करते हुए कार्यक्रम स्थल तक लाया गया.कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये गये. नृत्य मंडलियों ने एक से बढ़ कर एक नृत्य प्रस्तुत किये. कार्यक्रम में मुख्य रूप से पादरी संजु लकड़ा, पादरी मारसशन गुडि़या, पादरी निर्मल समद के अलावा काफी संख्या में विश्वासी उपस्थित थे.