शादी हुई नहीं, तलाकनामे की मांग
सिमडेगा : वैसे तो जिला कोषागार के कार्य से सरकारी कर्मी खासे परेशान रहते ही हैं. किंतु मंगलवार को समाहरणालय में आयोजित पेंशन अदालत में जिला कोषागार का जो कारनामा उजागार हुआ, वह विभाग को काफी शर्मसार करनेवाला था. पेंशन मामले की समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि एक मृत जनसेवक के बुजुर्ग पिता […]
सिमडेगा : वैसे तो जिला कोषागार के कार्य से सरकारी कर्मी खासे परेशान रहते ही हैं. किंतु मंगलवार को समाहरणालय में आयोजित पेंशन अदालत में जिला कोषागार का जो कारनामा उजागार हुआ, वह विभाग को काफी शर्मसार करनेवाला था. पेंशन मामले की समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि एक मृत जनसेवक के बुजुर्ग पिता को किस प्रकार भुगतान के लिए पिछले काई माह से दौड़ाया जा रहा है.
मामला ठेठइटांगर प्रखंड का है. प्रखंड कार्यालय में कार्यरत जनसेवक मंगरू उरांव की मृत्यु इसी साल सात फरवरी को हो चुकी है. मंगरू उरांव ने शादी नहीं की थी. उसके पिता मंगरा उरांव जिंदा हैं. मृत्यु के बाद परिजनों को मिलनेवाले भुगतान के लिए जिला कोषागार के कर्मियों द्वारा इतना दौड़ाया गया कि विवश होकर उक्त मामले को पेंशन अदालत में लाया गया.
यहां पर ठेठइटांगर प्रखंड के बीडीओ हरि उरांव ने पेंशन अदालत की अध्यक्षता कर रहे एसी नागेंद्र उरांव को बताया कि जिला कोषागार द्वारा बार-बार यह कह कर बिल पास नहीं किया जा रहा है कि मृत जनसेवक का तलाकनामा जमा करना होगा. जबकि उक्त जनसेवक की शादी ही नहीं हुई थी. उन्होंने यह भी बताया कि इसका प्रमाण भी कोषागार को दे दिया गया है. बावजूद इसके कोषागार द्वारा भुगतान नहीं किया जा रहा है. विवश होकर दिवंगत जनसेवक के पिता मंगरा उरांव को पेंशन अदालत में लाया गया है. जो काफी बुजुर्ग व कमजोर हो चुके हैं.
उन्हें किसी प्रकार परिजनों ने यहां लाया था. उन्होंने यह भी बताया कि कोषागार द्वारा दो किस्त का भुगतान किया भी जा चुका है. किंतु इसके बाद भी तलाकनामे की मांग कर बुजुर्ग व्यक्ति को काफी परेशान किया जा रहा है. मामला उजागर होते ही एसी नागेंद्र सिन्हा ने पेंशन अदालत में उपस्थित कोषागार कर्मी को जम कर फटकार लगायी और शीघ्र भुगतान करने का निर्देश दिया.