झारखंड में 72 ओझा-गुनी सक्रिय, डायन-बिसाही के लिए ये हैं सबसे खतरनाक इलाके
सिमडेगा पुलिस ने विभिन्न थाना क्षेत्रों में सक्रिय 72 ओझा-गुनी की सूची तैयारी की है. सिमडेगा पुलिस ने कुछ ऐसे इलाकों को भी चिह्नित किया है, जो डायन-बिसाही के मामलों के लिए खतरनाक माने जाते हैं.
राज्य में डायन-बिसाही के आरोप में होनेवाली हत्याओं को रोकने के लिए जिला पुलिस के स्तर से कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. सिमडेगा पुलिस ने विभिन्न थाना क्षेत्रों में सक्रिय 72 ओझा-गुनी की सूची तैयारी की है. चिह्नित किये गये इन लोगों की गतिविधियों की पुलिस निगरानी कर रही है. पुलिस का मानना है कि इनके द्वारा अंधविश्वास फैलाने की वजह से ही डायन-बिसाही के मामले बढ़ते हैं.
सिमडेगा पुलिस ने तीन वर्षों के दौरान जिला में दर्ज डायन-बिसाही से संबंधित मामलों का ब्योरा तैयार किया है. इसके अनुसार डायन-बिसाही के आरोप में प्रताड़ित करने के आरोप में महिला थाना में आठ सितंबर 2020 को दर्ज केस 10 जून 2022 को समझौता के आधार पर खत्म हो गया. सिमडेगा पुलिस ने कुछ ऐसे इलाकों को भी चिह्नित किया है, जो डायन-बिसाही के मामलों के लिए खतरनाक माने जाते हैं.
डायन-बिसाही को लेकर खतरनाक माने जानेवाले इलाके
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टी टांगर : कोनमेंजरा पंचायत अंतर्गत कुडुपानी, डीपाटोली एवं टेचाटोली, टुकुपानी पंचायत अंतर्गत फरसपानी, बकमटोली, कोरोमिया पंचायत अंतर्गत भृटकूदर, दुमकी पंचायत अंतर्गत कोरोंजो का इलाका
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कोलेबीरा : लचरागढ़ पंचायत में कंबोकेला, गझोटोली, कोलेबीरा पंचायत अंतर्गत कटहलटोली का इलाका.
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पकड़ा : मोसोटोली, भंडराटोली, बसतपुर, रामलोया, चमरूटोली, सिकरियाटांड़, टंगराटोली, तुमगा, सोगडा, रेगारपानी, हल्दीबेड़ा, चिरोबेड़ा और ढोंगीपानी का इलाका.
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केरसई : किनकेला, धोबीटोली, बेतमा, करिलकुच्चा, सिरधाटोली, दमाटोली का इलाका.
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जलडेगा : आयुलीटोली, कुसुमटोली, भंडराटोली, बनजोगा, बराइबेरा, रोबगा, हुटहुटवा, टंगिया, बासटोली, बराइबेरा, कोनमेराल, गिरजाटोली, पहाड़टोली, दिगवारटोली, चीकटोली, ओडाटोली, पिलिगादरी, नवाटोली, खरियाटोली, बरटोली, तेतराटोली, काशीटोली व साउडीटोली का इलाका.