पहाड़ी चीता के चीफ लेले ने किया सरेंडर
सफलता. नक्सलियों व अपराधियों पर पुलिस की दबिश रंग लायी सिमडेगा : पुलिस दबिश के कारण पहाड़ी चीता के सुप्रीमाे लेले साहू ने शुक्रवार को एसपी के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. लेले साहू पर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र में हत्या के 10 सहित 28 मामले दर्ज हैं. उसके खिलाफ ओड़िशा में भी कई मामले […]
सफलता. नक्सलियों व अपराधियों पर पुलिस की दबिश रंग लायी
सिमडेगा : पुलिस दबिश के कारण पहाड़ी चीता के सुप्रीमाे लेले साहू ने शुक्रवार को एसपी के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. लेले साहू पर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र में हत्या के 10 सहित 28 मामले दर्ज हैं. उसके खिलाफ ओड़िशा में भी कई मामले दर्ज हैं.
जानकारी के मुताबिक, जिले में सक्रिय नक्सलियों व अपराधियों पर पुलिस ने दबिश बढ़ा दी है़ एसपी राजीव रंजन सिंह के निर्देश पर पुलिस कार्रवाई कर रही है़ अब फरार नक्सलियों व अपराधियों की चल व अचल संपत्ति को भी कुर्क करने की योजना बना रही है.
इसी नीति के तहत पुलिस लेले साहू के पैतृक आवास पर भी गयी थी. लेले साहू की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रही थी. इधर, लेले साहू ने स्थिति को देखते हुए एसपी राजीव रंजन सिंह से संपर्क कर आत्मसमर्पण करने की बात कही. एसपी के निर्देश पर केरसई थाना प्रभारी सुभाष चंद्र सिंह जंगल में गये और लेले साहू को अपने साथ लेकर आये़
कई क्षेत्रों में था आतंक
जिले के बोलबा, जलडेगा, केरसई व ठेठईटांगर थाना क्षेत्र में लेले साहू का आतंक था. वह जमीन विवाद के कारण वर्ष 2010 में दिलीप साहू के साथ संगठन में शामिल हुआ था. दिलीप साहू के मारे जाने के बाद लेले साहू ने स्वयं पहाड़ी चीता की कमान संभाल ली थी.
लेले साहू ने समाज की मुख्य धारा से जुड़ने की इच्छा जतायी थी. लेले साहू ने दो देसी राइफल व 3.15 की 11 गोली के साथ आत्मसमपर्ण किया. लेले साहू पर ओड़िशा में भी कई मामले दर्ज है.
उस पर 20 हजार रुपये का इनाम था. इनाम की राशि लेले साहू को दे दी गयी. इसके अलावा 500 रुपये लेले को अलग से दिये गये हैं़ समाज में सभी को जीने का हक है. जो भी नक्सली या अपराधी समर्पण करना चाहते हैं, वे आयें़ पुलिस व सरकार उनको मुख्य धारा से जुड़ने में सहयोग करेगी.
एसपी राजीव रंजन सिंह