profilePicture

नहीं चले वाहन, बंद रहीं दुकानें

बंदी. जिले में पीएलएफआइ बंद का व्यापक असर सिमडेगा : उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ द्वारा आहूत बंद का जिले में व्यापक असर देखा गया. यात्री बसों का परिचालन पूरी तरह ठप रहा. दुकानें व प्रतिष्ठान बंद रहीं. बसों का परिचालन ठप होने के कारण यात्रियों को परेशानी हुई़ यात्री जहां-तहां फंसे रह गये. यात्रियों को इधर-उधर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 10, 2016 12:13 AM
बंदी. जिले में पीएलएफआइ बंद का व्यापक असर
सिमडेगा : उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ द्वारा आहूत बंद का जिले में व्यापक असर देखा गया. यात्री बसों का परिचालन पूरी तरह ठप रहा. दुकानें व प्रतिष्ठान बंद रहीं. बसों का परिचालन ठप होने के कारण यात्रियों को परेशानी हुई़ यात्री जहां-तहां फंसे रह गये. यात्रियों को इधर-उधर भटकते देखा गया. जिले में करीब 130 बसें बस स्टैंड के अलावा अन्य स्थानों पर खड़ी रही.
सिमडेगा बस स्टैंड से गुमला, लोहरदगा , रांची, चतरा, गया सहित ओड़िशा, छत्तीसगढ़ व बिहार के कई शहरों के लिए बसें चलती हैं, जो रुकी रहीं. बसों का परिचालन ठप रहने का लाभ टेंपो वालों ने उठाया. यात्रियों से मनमाना किराया वसूला़ सरकारी दफ्तर खुले रहे, किंतु लोगों की उपस्थिति काफी कम रही. कचहरी परिसर में सन्नाटा पसरा रहा. स्कूल-कॉलेज खुले रहे, पर विद्यार्थियों की उपस्थिति काफी कम रही. दूर दराज से आने वाले बच्चे स्कूल नहीं पहुंच पाये. बंद का असर साप्ताहिक हाट बाजारों पर भी देखा गया.
बाजारों में कम भीड़ भाड़ देखी गयी. सब्जी मार्केट पर भी प्रभाव पड़ा. ग्रामीण क्षेत्रों से सब्जी की आपूर्ति नहीं हो सकी.
परिणाम स्वरूप सब्जी के दाम में तेजी रही. बंद से करीब एक करोड़ का व्यवसाय प्रभावित हुआ. बानो एवं ओड़गा रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का परिचालन सामान्य रहा. इधर, कोलेबिरा, बानो, जलडेगा, बांसजोर, ठेठइटांगर, बोलबा,कुरडेग, केरसई व पाकरटांड़ प्रखंड मुख्यालय में भी बंद असरदार रहा. समाचार लिखे जाने तक कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं थी.

Next Article

Exit mobile version