बुनियादी शिक्षा अभियान से सिमडेगा के 7800 विद्यार्थी जुड़ें,DC ने लर्निंग आउटकम को बेहतर करने पर दिया जोर

सिमडेगा में बुनियादी शिक्षा अभियान की हुई शुरुआत उपायुक्त आर रॉनिटा ने किया. जिले के 132 विद्यालयों के 7800 विद्यार्थियों को इस अभियान से जोड़ा गया है. इस मौके पर डीसी ने विद्यार्थियों के लर्निंग आउटकम को बेहतर करने की जरूरत पर जोर दिया है.

By Samir Ranjan | September 8, 2022 5:21 PM
an image

Jharkhand News: सिमडेगा जिले में आकांक्षी जिला कार्यक्रम (Aspirational District Program) के तहत बुनियादी शिक्षा अभियान (Basic Education Campaign) की शुरुआत डीसी आर रॉनीटा ने दीप प्रज्वलित कर किया. जिले के 132 विद्यालयों के 7800 छात्र-छात्राओं को इस अभियान से जोड़ा गया है. कोरोना महामारी के कारण शिक्षा की गुणवत्ता एवं बच्चों में शिक्षण की रुचि में कमी आंकी गई है.

https://www.youtube.com/watch?v=ajXmRZqsEAo

आकांक्षी जिला में शामिल सिमडेगा

देश के 112 जिला आकांक्षी जिला की श्रेणी में शामिल है. सभी आकांक्षी जिलों में बुनियादी शिक्षा को बेहतर बनाने की दिशा में अभियान की शुरुआत की गई है. अभियान के 100 दिवसीय कार्यक्रम के तहत बच्चों की बुनियादी साक्षरता, भाषा, ज्ञान एवं संख्यात्मक ज्ञान, पुस्तकालय, विद्यालय प्रबंधन समिति सहित बाल संसद के महत्व एवं भूमिका पर कार्य किया जाएगा. शिक्षा विभाग एवं पीरामल फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में बुनियादी शिक्षा अभियान का क्रियान्वयन किया जाएगा.

बच्चों के लर्निंग आउटकम को बेहतर करने की जरूरत

डीसी ने बुनियादी शिक्षा अभियान के मौके पर उन्होंने कहा कि बच्चों के लर्निंग आउटकम को बेहतर करने की जरूरत है. बच्चों के पठन-पाठन की प्रणाली को गुणवतापूर्ण बनाना है. शिक्षा विभाग के BEEO, BPO, BRP और CRP बच्चों के बुनियादी शिक्षा के प्रति गहन रूप से कार्य करें. सरकार द्वारा बच्चों की शिक्षा व्यवस्था पर राशि खर्च की जा रही है. स्वयं को बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए शिक्षण कार्य के प्रति सजग बनाएं. सरकारी स्कूल में गुणवतापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने की बात कही.

Also Read: Prabhat Khabar Explainer: भू-जल की उपलब्धता के लिए बन रहे अमृत सरोवर, जानें कैसे मिलेगा लाभ

गुणवतापूर्ण शिक्षा व्यवस्था पर जोर देने का निर्देश

उन्होंने कहा कि अगर कोई बच्चा सरकारी स्कूल से पढ़कर आता है, तो वो बच्चा अपने भविष्य को उज्ज्वल और बेहतर बना सकता है. प्रतियोगिता परीक्षा सहित नौकरी के अन्य आयामों में भी भाग ले सकता है. शिक्षा विभाग की टीम, पीरामल फाउंडेशन, बुनियादी शिक्षा अभियान की टीम को सरकारी विद्यालयों में गुणवतापूर्ण शिक्षा व्यवस्था पर जोर देने का निर्देश दिया. बच्चों में आत्मविश्वास की कमी को दूर करना है. बच्चों में बेसिक शिक्षा का होना अत्यन्त आवश्यक है, तभी बच्चे अगली कक्षा में भी बेहतर रिजल्ट प्राप्त कर सकेंगे.

सफल क्रियान्वयन की होगी समीक्षा

डीसी ने 132 विद्यालयों में बुनियादी शिक्षा अभियान का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. साथ ही सभी को समन्वय के साथ कार्य करने की बात कही. कार्य की रैकिंग की जाएगी. अभियान के सफल क्रियान्वयन की समीक्षा भी की जाएगी. अभियान का साप्ताहिक प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया गया.

प्रखंडवार स्कूलों की स्थिति

प्रखंड : विद्यालय
बानो : 18
ठेठईटांगर : 18
सिमडेगा : 16
जलडेगा : 16
कुरडेग : 14
बोलबा : 10
केरसई : 08
पाकरटांड़ : 08
बांसजोर : 06

Also Read: रांची के कांटाटोली फ्लाई ओवर निर्माण को लेकर शुक्रवार से ऑटो और ई-रिक्शा का रूट डायवर्ट, पढ़ें पूरी खबर

कार्यक्रम में इनकी रही उपस्थिति

कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त अरूण वाल्टर संगा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद सिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी मोहन जी झा, जिला शिक्षा अधीक्षक बिनोद कुमार, जिला योजना पदाधिकारी मुकेश कुमार, बीईईओ, बीपीओ, बीआरपी, सीआरपी, पीरामल फाउंडेशन के कार्यक्रम प्रबंधक दीपशिखा कुमारी, पीरामल फाउंडेशन के कुमार ताराचंद, गांधी फेलो रोहित राज, तनुमोय सेन, तनुश्री सरकार, सत्या सिंह आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे.

रिपोर्ट : रविकांत साहू, सिमडेगा.

Exit mobile version