संत अन्ना के आदर्शों को अपनायें : फादर तोबियस
सिमडेगा/कुरडेग : जिले में संत अन्ना एवं संत जोवकिम का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इस अवसर पर गिरजाघरों में मिस्सा अनुष्ठान का आयोजन किया गया. मिस्सा अनुष्ठान में काफी संख्या में विश्वासियों ने आस्था व श्रद्धा के साथ भाग लिया. मिस्सा अनुष्ठान के दौरान लोगों ने संत अन्ना एवं संत जोवाकिम को याद […]
सिमडेगा/कुरडेग : जिले में संत अन्ना एवं संत जोवकिम का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इस अवसर पर गिरजाघरों में मिस्सा अनुष्ठान का आयोजन किया गया. मिस्सा अनुष्ठान में काफी संख्या में विश्वासियों ने आस्था व श्रद्धा के साथ भाग लिया. मिस्सा अनुष्ठान के दौरान लोगों ने संत अन्ना एवं संत जोवाकिम को याद किया.
विशेष रूप से संत अन्ना महागिरजा घर में पल्ली पुरोहित सह वीजी फादर तोबियस केरकेट्टा ने मिस्सा अनुष्ठान संपन्न कराया. मिस्सा अनुष्ठान के दौरान फादर तोबियस केरकेट्टा ने अपने प्रवचन में कहा कि संत अन्ना के अदर्शों को अपनाने की जरूरत है. वह संत अन्ना धर्म संघ की संरक्षिका हैं.
इस धर्म संघ की स्थापना वर्ष 1897 में की गयी थी. इस धर्म संघ की सिस्टर विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत हैं. मिस्सा अनुष्ठान में फादर तोबियस का सहयोग फॉदर नियुस डुंगडुंग, फादर कोर्नेलियुस तिर्की, फादर रंजीत व फादर जोन तिर्की आदि ने हिस्सा लिया. इससे पूर्व संत अन्ना बालिका छात्रावास की छात्राओं ने प्रवेश नृत्य के साथ पुरोहितों को बलिबेदी तक लाया. इस अवसर पर नृत्य भी प्रस्तुत किया गया तथा बाइबल जुलूस निकाला गया.
कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से सिस्टर इरेन खेम, सिस्टर जयमनी बरला, सिस्टर सोफिया, सिस्टर ज्योति, सिस्टर बेरोनिका,सिस्टर अलबा, सिस्टर पूनम, सिस्टर जितम व सिस्टर सोनोम आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. मिस्सा गीत संचालन सेंट मेरीज , उर्सुलाइन कॉन्वेंट, संत अन्ना छात्रावास की छात्राओं सहित महिला संघ की सदस्यों ने किया. इधर, तुमडेगी में भी संत अन्ना का पर्व धूमधाम से मनाया गया. पल्ली पुरोहित फादर पीटर ने मिस्सा अनुष्ठान संपन्न कराया. इस अवसर पर कई कार्यक्रम भी आयोजित किये गये.
कुरडेग में संत अन्ना पर्व मनाया गया :कुरडेग स्थित गिरजा घर में संत अन्ना धर्म समाजी बहनों ने अपनी संरक्षिका एवं संस्थापिका संत अन्ना का पर्व आस्था व श्रद्धा के साथ मनाया.
इस मौके पर गिरजा घर में मिस्सा अनुष्ठान का आयोजन किया गया. मुख्य अनुष्ठाता के रूप में उपस्थित फादर बासिल डुंगडुंग ने मिस्सा अनुष्ठान संपन्न कराया. फादर बासिल ने कहा कि संत अन्ना एवं संत जोवाकिम ने अपने जीवन काल में समाज के लिए आदर्श बनने की सीख दी. संत अन्ना के बताये मार्ग पर परिवार एवं समाज को चलाने की जरूरत है.
इस अवसर पर बच्चों द्वारा विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये. मौके पर प्रमुख माधुरी देवी, मुखिया मंजुला तिर्की के अलावा संत अन्ना विद्यालय के छात्र-छात्राएं, शिक्षिक-शिक्षिका,अभिभावक,कैथोलिक महिला एवं युवा संघ के सदस्य उपस्थित थे.