एनएच पर ही डेरा डाल रखा है लोगों ने

।। रविकांत साहू/संजय ।। जंगली हाथियों के आंतक के विरोध में सड़क पर उतरे ग्रामीण सिमडेगा/ठेठईटांगर : जंगली हाथी के आंतक से ठेठईटांगर प्रखंड के कई पंचायत के लोग पिछले वर्ष भी तबाही का नजारा देख चुके हैं. इधर पुन: पिछले चार दिनों से जंगली हाथियों के आंतक से ग्रामीणों का जीना मुहाल हो गया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 4, 2014 6:27 AM

।। रविकांत साहू/संजय ।।

जंगली हाथियों के आंतक के विरोध में सड़क पर उतरे ग्रामीण

सिमडेगा/ठेठईटांगर : जंगली हाथी के आंतक से ठेठईटांगर प्रखंड के कई पंचायत के लोग पिछले वर्ष भी तबाही का नजारा देख चुके हैं. इधर पुन: पिछले चार दिनों से जंगली हाथियों के आंतक से ग्रामीणों का जीना मुहाल हो गया है. हाथी के आतंक के कारण ग्रामीण बच्चे समेत घर बार छोड़ कर सड़क पर उतर गये हैं.

सोमवार की सुबह सात बजे से ही बच्चे, वृद्ध व महिलाएं घरों से अपने सामान को लेकर जोराम मुख्य पथ पर आयोजित जाम कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे. सुबह सात बजे से समाचार लिखे जाने तक रोड जाम रहा. जाम स्थल पर विधायक एनोस एक्का द्वारा ग्रामीणों के लिए भोजन के रूप में खिचड़ी का प्रबंध किया गया. जाम के कारण राउरकेला-रांची मुख्य पथ पर आवागमन पुरी तरह से ठप हो गया. एनएच 143 पर वाहनों का पहिया थम गया.

जाम स्थल पर एसडीओ स्मिता टोप्पो, एसडीपीओ पीतांबर खेरवार सहित अन्य अधिकारियों द्वारा जाम हटाने का प्रयास किया गया, किंतु उक्त अधिकारियों को सफलता नहीं मिली. जाम स्थल पर मुख्य रूप से विधायक एनोस एक्का के अलावा जिप अध्यक्ष मेनोन एक्का, जिप सदस्य अनिता कुजूर, दीप शिखा, दिव्या बरला, अनिता बा, अमन खेस, सहित मतियस बागे, ललन प्रसाद, ललित समद, अस्फाक आलम, भोला दास, सैहुन टेटे, सुरसेन तिर्की, बाबूराम लकड़ा, विनोद टेटे, अमरेंद्र समद, विरेंद्र तिवारी, सुबाश साहू, अभिषेक, मनमोहन लाल, रंजीत सिंह, फुलचंद किंडो, अलाउद्दीन के अलावा अन्य लोग भी शामिल थे.

पहले भी हाथियों ने आतंक मचाया : पिछले वर्ष जंगली हाथी के आतंक से ग्रामीणों को निजात दिलाने के लिये बुड़ा से हाथी भगाने के लिये वन विभाग एक टीम बुलायी गयी थी. किंतु पाबुड़ा की टीम कुछ दिनों तक क्षेत्र में रहने के बाद भी हाथी को भगाने में असफल रही थी.

जंगली हाथियों ने ‘हाथी भगाओ टीम’ पर ही हमला कर दिया था. उसके बाद टीम के लोग बैरंग वापस लौट गये थे. एक युवती द्वारा भी हाथी भगाने का प्रयास किया जा रहा था. इस प्रयास में युवती ने अपने पिता को खो दिया था. युवती के पिताको हाथियों ने कुचल दिया था. उस लड़की को लेडी टारजन कहा जा रहा था.

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