सिमडेगा : नक्सल एवं उग्रवाद समस्या से जूझ रहे सिमडेगा जिले में शांति व्यवस्था बहाल करने के उद्देश्य से एसपी राजीव रंजन सिंह ने अच्छी पहल करते हुए रविवार को चलो सिमडेगा शांति की ओर कार्यक्रम का आयोजन किया. इस अवसर पर नक्सली समस्या पर खुले मंच पर मंथन किया गया.
कार्यक्रम की विशेषता थी कि इसमें उग्रवादी घटनाओं से प्रभावित पीड़ित परिवार के अलावा उग्रवादियों के परिजनों को भी आमंत्रित किया गया था. जिले के पंचायत प्रतिनिधियों के अलावा गणमान्य व्यक्तियों को भी बुलाया गया था. इस मौके पर विधायक विमला प्रधान, उपायुक्त विजय कुमार सिंह, एसटीएफ के आइजी प्रशांत सिंह, सीआरपीएफ के आइजी संजय आनंद, डीआइजी रविकांत धान भी मुख्य रूप से उपस्थित थे.
कार्यक्रम के दौरान सभी ने नक्सली समस्या से क्षेत्र को निजात दिलाने पर चर्चा की. नक्सली घटना में मारे गये लोगों के परिजन, उग्रवादियों के परिवार के सदस्यों सहित जन प्रतिनिधियों ने नक्सली समस्या पर अपने विचार व्यक्त किये. उग्रवाद को जिले से मिटाने का संकल्प लेते हुए सहयोग करने का भरोसा भी दिलाया. अशिक्षा, बेरोजगारी, नशापान, राजनीतिक संरक्षण को उग्रवाद पनपने का कारण बताया गया. लगभग डेढ़ सौ पीड़ित परिवारों को शॉल ओढ़ा कर सम्मानित किया गया. स्वागत भाषण में एसपी राजीव रंजन सिंह ने कहा कि समाज के सभी तबके के लोग नक्सल समस्या पर अपने विचार रखे. उग्रवाद समस्या का समाधान खोजा जा सके, इसी उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. आज के परिवेश में अधिकांश गरीब परिवार के युवक किसी ने किसी समस्या को लेकर उग्रवाद का रास्ता अख्तियार कर रहे हैं. इस पर नियंत्रण जरूरी है. उग्रवादियों द्वारा किसानों का शोषण किया जा रहा है.
उग्रवाद समस्या से क्षेत्र के लोग परेशान हैं. सभी के सभी सहयोग से ही इस समस्या का समाधान किया जा सकता है. इससे पूर्व, कार्यक्रम का उदघाटन अतिथियों ने किया. सेंट मेरीज स्कूल के विद्यार्थियों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया. कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गीत से किया गया. मौके पर कश्मीर के उड़ी में शहीद हुए जवानों के लिए दो मिनट का मौन रख कर प्रार्थना किया गया. कार्यक्रम का संचालन एसडीपीओ अमित कुमार सिंह ने किया.
कार्यक्रम में नगर परिषद अध्यक्ष फूलसुंदरी देवी, एसडीओ दिलेश्वर महतो, कार्यपालक दंडाधिकारी नंदजी राम, पूर्व विधायक नियेल तिर्की, पूर्व प्रधान महालेखाकार बेंजामिन लकड़ा, सांसद प्रतिनिधि सुशील श्रीवास्तव, फादर जोन तिर्की उपस्थित थे.