स्वागत को तैयार है केलाघाघ डैम
ऊंचे-ऊंचे पर्वत व झरने लोगों को आकर्षित करते हैं बोटिंग का भी आनंद उठाते हैं सैलानी सिमडेगा : जिला मुख्यालय से तीन किमी की दूरी पर स्थित केलाघाघ डैम नववर्ष पर सैलानियों के स्वागत के लिए तैयार है. यहां पर सैकड़ों की संख्या में सैलानी पिकनिक मनाने के लिए आते हैं. केलाघाघ डैम मानो प्रकृति […]
ऊंचे-ऊंचे पर्वत व झरने लोगों को आकर्षित करते हैं
बोटिंग का भी आनंद उठाते हैं सैलानी
सिमडेगा : जिला मुख्यालय से तीन किमी की दूरी पर स्थित केलाघाघ डैम नववर्ष पर सैलानियों के स्वागत के लिए तैयार है. यहां पर सैकड़ों की संख्या में सैलानी पिकनिक मनाने के लिए आते हैं. केलाघाघ डैम मानो प्रकृति केसौंदर्य को अपनी गोद में समेटे बैठा है, तभी तो यहां पर सैलानी खींचे चले आते हैं.
डैम का विहंगम दृश्य, ऊंचे-ऊंचे पर्वत एवं कल-कल करता झरना का पानी लोगों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित करता है. दो पहाड़ों को जोड़ कर डैम का निर्माण किया गया है, जो काफी मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है. इसके अलावा यहां पर डैम से गिरते पानी को देख लोक काफी आनंदित होते हैं. जंगल एवं पहाड़ों से घिरा यह
डैम अजीब छटा बिखेरता है. डैम में बोटिंग की भी व्यवस्था है. पिकनिक मनाने के दौरान लोग बोटिंग करना नहीं भूलते हैं.
नववर्ष पर पहाड़ों की चोटियों एवं विभिन्न स्थलों पर पिकनिक मनाने वालों की भीड़ लगी रहती है. लोगों अपने दोस्तों के साथ एवं रिश्तेदारों के साथ पिकनिक मनाने यहां आते हैं तथा खूब मौज मस्ती करते हैं. साथ ही डीजे एवं ढोल-नगाड़ों की थाप पर लोग थिरकते नजर आते हैं. अच्छे पकवान बना कर लजीज खाने का लुत्फ भी उठाते हैं. केलाघाघ डैम
में पहली जनवरी को मेले सा नजारा होता है. अत्यधिक भीड़ होती है. विभिन्न प्रकार की दुकानों भी लगायी जाती हैं.
खिलौने व चाट की आदि की दुकाने लगती है. अत्यधिक भीड़ को देखते हुए यहां पर पुलिस बल की भी तैनाती की जाती है. सुबह से लेकर शाम तक यहां पर खूब धूम धड़ाका होता है.