पुलिस ने किया गिरफ्तार
सिमडेगा : वकील के यहां मुंशी के रूप में काम कर रहे युवक को पुलिस ने पीएलएफआइ नक्सली होने के आरोप में गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि 16 अप्रैल को कुरडेगा में पुलिस ने पीएलएफआइ के तीन नक्सलियों को पोस्टरबाजी करते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था. उक्त घटना में दो नक्सली […]
सिमडेगा : वकील के यहां मुंशी के रूप में काम कर रहे युवक को पुलिस ने पीएलएफआइ नक्सली होने के आरोप में गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि 16 अप्रैल को कुरडेगा में पुलिस ने पीएलएफआइ के तीन नक्सलियों को पोस्टरबाजी करते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था. उक्त घटना में दो नक्सली फरार होने में सफल हो गये थे.
इधर, पुलिस को सूचना मिली कि पोस्टरबाजी की घटना में शामिल फरार दो नक्सलियों में से एक स्थानीय कोर्ट परिसर में एक वकील के यहां मुंशी के रूप में काम कर रहा है.
एसपी ने बताया कि पोस्टरबाजी करने के दौरान गिरफ्तार कपिल प्रधान ने पुलिस को बताया था कि उन लोगों के साथ तारसियुस टोपनो उर्फ सुइया मुंडा भी था. सुइया वर्तमान में कोर्ट परिसर में एक वकील के यहां मुंशी के रूप में काम करता है. छानबीन करने के बाद कोर्ट परिसर से बाहर निकलने के क्रम में गुरुवार को तारसियुस को गिरफ्तार कर लिया गया. तारसियुस के पास से पीएलएफआइ का दो परचा तथा एक मोबाइल बरामद किया गया है.
गंभीर मामला है: एसपी
एसपी राजीव रंजन सिंह ने बताया कि किसी वकील के यहां मुंशी के रूप में किसी पीएलएफआइ नक्सली का काम करना अत्यंत ही गंभीर मामला है. यह मामला कोर्ट की सुरक्षा से भी जुड़ा हुआ है.
तारसियुस के ऊपर कुल 14 मामले दर्ज हैं. उक्त मामलों में तारसियुस की गिरफ्तार भी हुई थी, किंतु जमानत पर जेल से छूटने के बाद वह पुन: संगठन के लिए काम करना शुरू कर दिया.