रौतिया जाति को अजजा का दर्जा दें
सिमडेगा : पाकरटांड़ प्रखंड की आसनबेड़ा पंचायत के खांजालोया गांव में अखिल भारतीय रौतिया समाज का क्षेत्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया. समाज के लोगों को संबोधित करते हुए केंद्रीय अध्यक्ष राम शंकर सिंह ने कहा कि रौतिया जाति को अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिलना चाहिए. साजिश के तहत रौतिया जाति को अनुसूचित जनजाति की […]
सिमडेगा : पाकरटांड़ प्रखंड की आसनबेड़ा पंचायत के खांजालोया गांव में अखिल भारतीय रौतिया समाज का क्षेत्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया. समाज के लोगों को संबोधित करते हुए केंद्रीय अध्यक्ष राम शंकर सिंह ने कहा कि रौतिया जाति को अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिलना चाहिए. साजिश के तहत रौतिया जाति को अनुसूचित जनजाति की सूची से हटा दिया गया है.
उन्हाेंने कहा कि अधिकार पाने के लिए समाज के लोगों को एकजुट होने की आवश्यकता है. प्रदेश अध्यक्ष लालदेव सिंह ने कहा कि सामाजिक संगठन को मजबूत करने के लिए गांव स्तर से प्रयास करना होगा, ताकि विकसित समाज बन सके. जिलाध्यक्ष रोहित कुमार सिंह ने कहा कि रौतिया समाज साजिश का शिकार है. समाज को अपने अधिकार के लिए आगे आकर आंदोलन करना होगा. उन्होंने कहा कि संगठन को मजबूत बनाना होगा. संगठन के माध्यम से ही हम अपने अधिकारों को प्राप्त कर सकते हैं.
विशिष्ट अतिथि के रूप में केंद्रीय महासचिव अमरेंद्र सिंह, प्रदेश अध्यक्ष लालदेव सिंह व जिलाध्यक्ष रोहित कुमार सिंह उपस्थित थे. सम्मेलन का उदघाटन अतिथियों ने शहीद बख्तर साय एवं मुंडल सिंह की तसवीर पर माल्यार्पण कर किया. इस अवसर पर धन सिंह, जगेश्वर सिंह, राम प्रताप सिंह, लाल मोहन सिंह, उदय प्रताप सिंह,हेमंत कुमार सिंह, नारायण सिंह,राजेश सिंह, मतियस डुंगडुंग, बहादुर सिंह व सालिक सिंह आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये.
कार्यक्रम का संचालन जगतपाल सिंह ने किया. धन्यवाद ज्ञापन भुवनेश्वर ने किया. कार्यक्रम को सफल बनाने में कृष्णा सिंह, रेव प्रसाद सिंह, रामेश्वर सिंह, ईश्वर सिंह, दरी सिंह, चमन सिंह, मलार सिंह, सदुवा सिंह, राम कुमार सिंह, रूकमनी देवी, परशुराम सिंह, शंकर सिंह, चैतु सिंह,मनपुरन सिंह व लक्ष्मण सिंह सहित अन्य ने सराहनीय भूमिका निभायी.