गुमला : सर, हमारी मदद कीजिए, नहीं तो भूखे मर जायेंगे. हम कपड़ा दुकान में काम करने वाले गरीब मजदूर, कर्मचारी हैं. हमें मालिक ने काम से निकाल दिया है. पैसा भी नहीं दिया. कुछ लोग काम कर रहे हैं, तो उन्हें भी मानदेय नहीं मिल रहा है. मालिक से गुहार लगा कर थक गये, परंतु न तो हमें काम पर रख रहे हैं और न ही पैसा दे रहे हैं. ऐसे में हम कैसे जीयेंगे. यह पीड़ा, गुमला शहर के उन मजदूर व कर्मचारियों की है, जो शहर के बड़े कपड़ा दुकानों में काम करते थे. परंतु कोरोना संक्रमण के बाद दुकान बंद हो गयी.
दुकान बंद होने के बाद कर्मचारियों को पैसा नहीं मिला, जिससे वे महीनों तक परेशान रहे. इधर, जब दुकानें खुली, तो कई कर्मचारियों को काम से निकाल दिया गया. अभी जो लोग काम कर रहे हैं, उनकी भी स्थिति ठीक नहीं है. महीनों से उन्हें भी पैसा नहीं मिला है. कर्मचारियों ने सरकार व गुमला प्रशासन से मदद की गुहार लगायी है. कपड़ा दुकान में काम करने वाले कई कर्मचारियों ने प्रभात खबर को फोन कर अपनी पीड़ा सुनायी है. एक कर्मचारी ने बताया कि शहर के विभिन्न कपड़ा दुकानों में करीब 200 लोग काम करते हैं.
इसमें 50 से 60 लोगों को काम से निकाल दिया गया है. कर्मचारियों ने कहा है कि सरकार का निर्देश जारी हुआ था कि जो भी कर्मचारी कहीं काम करते हैं, तो उनके खाने-पीने की व्यवस्था संबंधित दुकान के मालिक करेंगे. परंतु पूरे लॉकडाउन में कर्मचारियों को किसी प्रकार की मदद नहीं मिली. भविष्य के लिए जो पैसा जमा किया था, उसी पैसे से पूरे लॉकडाउन में परिवार की जीविका चली, परंतु अब जिनका काम छिन गया है, वे परेशान व हताश हैं.
सैंपल नहीं लेने से परेशान हैं लोग
गुमला में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है. गली-मुहल्ले से लेकर गांव तक कोरोना मरीज मिल रहे हैं. परंतु लोग इस बात से परेशान हैं कि जिस घर में कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहा है, उसके परिवार के सदस्यों का भी सैंपल लेकर जांच करना चाहिए, परंतु प्रशासन द्वारा सैंपल नहीं लिया जा रहा है. इस कारण मुहल्ले व परिवार के लोग डरे हुए हैं. कुछ लोगों ने इस संबंध में प्रभात खबर को फोन कर समस्या बतायी है. तर्री व सोसो रोड से फोन कर कहा कि हमारे मुहल्ले में कोरोना मरीज निकला है.
जिस परिवार में कोरोना संक्रमित मरीज मिला है, उस परिवार के दूसरे सदस्यों का अभी तक सैंपल नहीं लिया गया है, जिससे मुहल्ले में कोरोना संक्रमण फैलने का डर है. इसी प्रकार चैनपुर प्रखंड के मालम गांव में एक कोरोना मरीज मिला है. उक्त मरीज दुकान खोल कर बैठता था, तभी संक्रमित हो गया, परंतु अभी तक न तो परिवार और न ही गांव के किसी व्यक्ति का सैंपल लिया गया है. लोगों ने प्रशासन से इस दिशा में पहल करते हुए सैंपल लेने की मांग की है.
आवेदन दें, समस्या दूर करेंगे : चेंबर अॉफ कॉमर्स
चेंबर ऑफ काॅमर्स गुमला के अध्यक्ष हिमांशु केसरी व सचिव राजेश कुमार गुप्ता ने कहा कि पूर्व में हमारे पास भी इस प्रकार की शिकायत आयी थी, जिसमें चेंबर ने पहल कर कपड़ा व्यापारियों से बात कर कई कर्मचारियों का मानदेय का भुगतान कराया गया था. अगर अभी भी यह समस्या है, तो इसकी लिखित जानकारी कपड़ा दुकान में काम करने वाले कर्मचारी चेंबर को दें, ताकि उनका पैसा भुगतान हो सके. साथ ही जिन्हें काम से निकाल दिया गया है, उनके लिए भी कोई रास्ता निकाला जायेगा. चूंकि अभी कोरोना संकट के बाद व्यवसाय प्रभावित हुआ है, फिर भी जो संभव होगा, कर्मचारियों की मदद की जायेगी.