सिमडेगा. लोक आस्था और पवित्रता का महापर्व छठ मंगलवार को नहाय खाय के साथ शुरू हो गया. व्रती आज सुबह नदी, कुएं आदि में स्नान कर भगवान भुवन भास्कर को जल अर्पित करने के बाद व्रती मिट्टी के चुल्हे पर पारंपरिक तौर पर पुरी शुद्धता के साथ कद्दू चावल का प्रसाद बनाया. इसके बाद पूरे विधि विधान से भगवान भुवन भास्कर का पूजन अनुष्ठान कर भोग लगाया. इसके बाद व्रती कद्दू चावल से बने प्रसाद ग्रहण किये. व्रती इसके बाद अब बुधवार को सुबह से शाम तक उपवास रख कर संध्याकाल में खरना पूजन करेंगी. खीर का प्रसाद भोग लगा ग्रहण करेंगी. इसके बाद निर्जला उपवास कर गुरुवार को अस्ताचलगामी भुवन भास्कर को अर्घ्य अर्पित करेगें. शुक्रवार की सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पण करने के बाद व्रत का पारणा कर अन्न जल ग्रहण करेंगे. वहीं प्रिंस चौक स्थित दुर्गा मंडप परिसर में नव ज्योति नवयुवक संघ छठ पूजा समिति के तत्वावधान में आयोजित सूर्य पूजा सह छठ महोत्सव मंगलवार से आरंभ हो गया. मंगलवार को दिन के 11 बजे नहाय खाय एवं प्रसाद वितरण किया गया. प्रसाद ग्रहण करने के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हुए. कार्यक्रम के तहत छह नवंबर को पूर्वाह्न दस बजे से अधिवास ध्वजारोपन, कलश स्थापन, भगवान सूर्यदेव की प्रतिमा का अनावरण के बाद पूजा प्रारंभ किया जायेगा. संध्या छह बजे से खरना पूजन, संध्या आरती एवं प्रसाद वितरण किया जायेगा. सात नवंबर को सुबह आठ बजे से पूजा प्रारंभ, पुष्पांजलि एवं आरती होगी. संध्या में अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जायेग. आठ नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया जायेगा. इसके बाद हवन, पुष्पांजलि एवं प्रसाद वितरण किया जायेगा. शंख नदी छठ घाट में व्रतियों के लिए की गयी हैं सभी व्यवस्था सिमडेगा. आस्था का महापर्व छठ को लेकर तैयारी की जा रही है. शंख छठ घाट पूजा समिति छठ पूजा आयोजन को लेकर घाटों पर जुटने वाले व्रतियों व श्रद्धालुओं की सेवा एवं व्यवस्था बनाने में जुट गयी है. शंख छठ घाट में छठ पूजा समिति द्वारा सारी व्यवस्था की जा रही है. घाट की पूरी तरह से साफ सफाई की गयी. सड़क की मरम्मत भी हो चुकी है. साथ ही छठ घाटों में प्रकाश की भी व्यवस्था की गयी है. शंख छठ घाट पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने की संभावना है. इसको लेकर समिति द्वारा वाहन की पड़ाव के लिए पार्किंग की व्यवस्था की गयी है.शंख छठ घाट पूजा समिति के पदाधिकारी प्रदीप केसरी ने बताया कि पिछले साल पटाखा को फोड़ने में दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गये थे. इसे लेकर उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि छठ पूजा के दौरान बम, रॉकेट एवं अन्य तरह के पटाखों का उपयोग नहीं करें. जिससे की किसी प्रकार के घटना होने से बचा जा सके. उन्होंने बताया की शंख नदी में व्रतियों व श्रद्धालुओं को अर्ध्य देने के लिये घाट की कमी नहीं है.नदी में पानी कम होने कारण दाहिने के तरफ पालामाड़ा नदी में काफी संख्या में व्रती के लिये घाट उपलब्ध है. वहीं बायें के तरफ समिति द्वारा घाट का निर्माण किया गया है.उन्होंने बताया कि छठ घाट आने वाले बड़े वाहन कुरडेग मुख्य रोड से कच्ची सड़क से जायेगें. वहीं चार चक्का,मोटरसाइकिल एवं अन्य छोटे वाहन गरजा चौक से शंख नदी के रास्ते जाने की व्यवस्था की गयी है.
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