सिमडेगा.
संत अन्ना महागिरजाघर में शुक्रवार को 117 बच्चों ने पहला परम प्रसाद ग्रहण किया. मुख्य अनुष्ठानकर्ता सिमडेगा धर्मप्रांत के भीजी सह संत अन्ना महागिरजाघर के पल्ली पुरोहित फादर इग्नासियुस टेटे ने अर्पण किया. मिस्सा अनुष्ठान में उनका सहयोग फादर सुनील, फादर यूजिन, फादर संजय समेत अन्य फादरों ने किया. प्रवेश पहला परम प्रसाद ग्रहण करने वाले बच्चों द्वारा फूल अर्पित करते हुए किया गया. मिस्सा समारोह में फादर ने अपने संदेश में नये परम प्रसाद ग्रहण करने वाले बच्चों के साथ ही मसीही समाज को अपने संदेश में कहा कि यीशु मसीह अपने शरीर को हमारे लिए बलिदान दे दिये. आगे उसी के त्याग व बलिदान का यह चिह्न रोटी और दाखरस के रूप में हमारे बीच में मौजूद है. ईसा मसीह हमारे लिए हमारे पापों की मुक्ति के लिए अपने को बलिदान दिया. आज इस बलिदान को हमारे बच्चे ग्रहण करेंगे. प्रथम प्रसाद ग्रहण करने वाले बच्चे ईसा मसीह को अपना जीवन समर्पित करेंगे. यह सुंदर दिन परमेश्वर का दिन है. कल के दिन के लिए हमें अपने जीवन रूपी मंदिर को प्रभु के लिए समर्पित करके उसमें जीना है. गायक मंडली के रूप में युवा संघ के युवक-युवतियों ने सुंदर व मधुर गान से पवित्र समारोह को भक्तिमय बना दिया. मौके पर काफी संख्या में मसीही भाई-बहन मिस्सा समारोह में भाग लिए. धन्यवाद ज्ञापन परम प्रसाद लेने वाले बच्चों द्वारा दिया गया. पवित्र समारोह में सिस्टर्स व ब्रदर्स सभी ने मिल कर सहयोग किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है