जेवरात चोरी के मामले में सीआइडी की टीम करेगी सिमडेगा एसपी की भूमिका की जांच
सिमडेगा के बांसजोर ओपी में चोरों से बरामद जेवरात को गायब करने से जुड़े केस में अब सीआइडी की टीम सिमडेगा एसपी की भूमिका पर जांच कर रही है.
सिमडेगा : सिमडेगा के बांसजोर ओपी में चोरों से बरामद जेवरात को गायब करने से जुड़े केस में अब सीआइडी की टीम सिमडेगा एसपी की भूमिका पर जांच कर रही है. केस में अनुसंधान के दौरान मिले तथ्य व साक्ष्य के आधार पर सिमडेगा एसपी डॉ शम्स तबरेज का बयान लिया जायेगा.
सीआइडी उनसे पूछताछ भी कर सकती है. उल्लेखनीय है कि पूरे मामले में पूर्व में सिमडेगा एसपी व केस में जेल भेजे गये सब-इंस्पेक्टर आशीष कुमार का एक ऑडियो वायरल हुआ था. इसके आधार पर सीआइडी की ओर से पूर्व में एक रिपोर्ट मुख्यालय को उपलब्ध करायी गयी है. इसमें सिमडेगा एसपी की भूमिका को संदिग्ध बतायी गयी थी. जांच के बाद सीआइडी केस में आगे की कार्रवाई पर निर्णय लेगी.
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित एक ज्वेलरी दुकान से जेवरात चोरी कर भागनेवाले चोर बांसजोर ओपी क्षेत्र से पकड़े गये थे.
आरोप है कि पुलिस ने चोरों के पास से बरामद जेवरात से करीब 15 किलो चांदी गायब कर दी थी और अपने पास रख लिया था. केस में अनुसंधान के दौरान पुलिस ने सब-इंस्पेक्टर आशीष कुमार के अलावा एक अन्य सब-इंस्पेक्टर संदीप कुमार व चालक पुलिसकर्मी शाहिद रजा को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. मामले में पुलिस अफसरों की संलिप्तता की बात सामने आने पर सीआइडी ने जांच के लिए केस को पुलिस से टेकओवर किया था.
मामले में सीआइडी ने तीनों पुलिसकर्मी को दोषी पाया और गत वर्ष दिसंबर माह में न्यायालय में आरोप पत्र समर्पित किया. आशीष ने पूछताछ में सीआइडी को यह बताया था कि उसने सिमडेगा एसपी के कहने पर सबकुछ किया था. केस में हाल में आशीष की मां ने हाइकोर्ट में याचिका दायर केस की जांच सीबीआइ या न्यायिक जांच की मांग की है.