प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 21 दिन के लॉकडाउन के आह्वान के बाद तीसरे दिन सिमडेगा में व्यापक असर देखा गया. लॉक डाउन के तीसरे दिन सिमडेगा शहरी क्षेत्र के अलावे ग्रामीण क्षेत्र पूरी तरह से बंद रहे. उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरनवाल ने बताया कि करीब 1700 लोगों को कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर चिह्नित किया गया है और उन्हें होम क्वारेंटाइन में रखा गया है.
लॉकडाउन के तीसरे दिन सुबह से ही शहरी क्षेत्र के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में दुकानें पूरी तरह से बंद रहे. लोगों ने लॉकडाउन के दूसरे दिन भी इसका पूरा पालन किया. मुख्य पथ एनएच 143 के अलावा ग्रामीण क्षेत्र की ओर जाने वाली सड़कें पूरी तरह से सुनसान रही. आवश्यक सेवा कार्य में लगे कुछ वाहन सड़कों पर देखे गये. पुलिस प्रशासन भी सतर्क है.
उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरनवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जिले में कोरोना को लेकर की गयी तैयारियों का विस्तृत ब्यौरा दिया. उपायुक्त ने बताया कि जिले भर में करीब 1700 लोगों को होम क्वारेंटाइन में रखा गया है और लोगों से आग्रह किया जा रहा है कि वह लोग होम क्वारेंटाइन का पूरी तरह से पालन करें. अगर ऐसा नहीं हुआ तो पुलिस प्रशासन सख्ती दिखाते हुए इसका पालन नहीं करने वालों को जेल भेजेगी और जेल में क्वारेंटाइन कोरम पूरा करायेगी.
उपायुक्त ने आम नागरिकों से अपील की कि वे लोग सरकार द्वारा जो भी गाइडलाइन दिये जा रहे हैं, उसका पालन करें और स्वयं सुरक्षित रहें. अपने परिवार और अपने जिला को सुरक्षित रखें. एक सवाल के जवाब में उपायुक्त ने कहा कि दुर्गा पूजा एवं छठ पूजा को लेकर भी या किसी भी अन्य धार्मिक अनुष्ठान को लेकर किसी प्रकार की कोई छूट प्रशासन द्वारा नहीं दी जायेगी. लोग अपने घरों में पूरे भक्ति भाव से पूजा अर्चना करें.
उपायुक्त ने यह भी कहा कि शाम पांच बजे के बाद सब्जी दुकानें एवं राशन दुकानों को भी बंद किया जायेगा. शाम को लोग सामान खरीदारी के नाम पर तफरी करने के लिए निकलते हैं जो वर्तमान समय में कोरोना को देखते हुए घातक साबित हो सकता है. इसलिए शाम पांच बजे के बाद राशन दुकान एवं सब्जी दुकानों को भी बंद किया जा रहा है. आवश्यक सेवाएं इस दौरान चालू रहेगी.