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पहुंच पथ नहीं होने से सिमडेगा के नवाटोली गांव के लोगों को आने जाने में होती है परेशानी

रास्ता नहीं होने से ग्रामीणों को अक्सर परेशानी का सामना करना पड़ता है. पगडंडीनुमा रास्ते से ग्रामीण आना-जाना करते हैं. बाड़ीसेमर नवाटोली गांव पंचायत से तीन किमी दूर तथा प्रखंड मुख्यालय से 23 किमी दूर स्थित है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 24, 2023 1:45 PM

जलडेगा प्रखंड के बाड़ीसेमर नवाटोली गांव में शनिवार देर रात रायमुनी देवी (पति- संतू गौड़) की तबीयत खराब हो गयी तथा सुबह में वह बेहोश हो गयी. परिजनों ने रविवार की अहले सुबह 108 एंबुलेंस को फोन किया गया, किंतु रास्ता नहीं होने से एंबुलेंस गांव तक नहीं पहुंच पाया. विवश होकर मरीज को नवाटोली गांव से ढोकर बाड़ीसेमर मुख्य पथ तक ले जाना पड़ा. इसके बाद एंबुलेंस से सदर अस्पताल सिमडेगा इलाज के लिए ले जाया गया. यह समस्या ग्रामीणों के लिए गंभीर बनी हुई है.

रास्ता नहीं होने से ग्रामीणों को अक्सर परेशानी का सामना करना पड़ता है. पगडंडीनुमा रास्ते से ग्रामीण आना-जाना करते हैं. बाड़ीसेमर नवाटोली गांव पंचायत से तीन किमी दूर तथा प्रखंड मुख्यालय से 23 किमी दूर स्थित है. गांव में गौड़ व बड़ाइक आदिवासी समाज के 60 परिवार निवास करते हैं. परंतु आज भी गांव तक पहुंच पथ नहीं बना है. लोगों को पंगडंडी के सहारे आना-जाना पड़ता है. फलस्वरूप गांव में कोई व्यक्ति बीमार हो जाता है, तो परिजनों व ग्रामीणों को खाट यह किसी अन्य माध्यम से ढोकर बाड़ीसेमर मुख्य पथ तक लाना पड़ता है.

इस संबंध में गांव के असरू गोड़ ने कहा कि नवाटोली प्रावि से बाड़ीसेमर देवनाथ घर तक सड़क बन जाने से ग्रामीणों को आवागमन में सुविधा होगी तथा किसी के बीमार होने पर अस्पताल लाने ले जाने में भी परेशानी नहीं होगी, किंतु प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. कलिंद्र बेसरा ने कहा कि सड़क की समस्या गंभीर है. किशुन गोंड ने कहा कि गांव में अबतक सड़क बन गयी होती, किंतु कुछ लोगों द्वारा पथ के लिए जमीन नहीं देने से कच्ची पथ निर्माण नहीं हो पा रहा है.

चामू बेसरा ने कहा कि सड़क की समस्या से के कारण कई जान जा चुकी है. जगधन गोंड ने कहा कि सड़क नहीं होने से बरसात में मरीजों के साथ विद्यालय आने-जाने वाले बच्चों को परेशानी झेलनी पड़ती है. जयनाथ गोंड ने कहा कि सड़क का ना होना हमारे लिए बड़ी समस्या है. सड़क के अभाव में हर कार्य करने में परेशानी होती है. आसारू गोंड, शिवरण गोंड व असरू बेसरा ने कहा कि गांव में सड़क बनना बहुत ही जरूरी है.

मुखिया व पंचायत सचिव को निर्देशित किया गया है :

बीडीओ विजय राजेश बरला ने कहा कि सभी पंचायत के मुखिया व पंचायत सचिवों को पूर्व में ही वैसे गांव जहां पहुंच पथ नहीं है, उसे मनरेगा योजना से गांव को कच्ची पथ से जोड़ने के लिए निर्देशित किया जा चुका है, फिर भी पहुंच पथ अब तक नहीं बन पाया है, तो पंचायत के मुखिया व पंचायत सचिव जानकारी प्राप्त कर पथ निर्माण की प्रक्रिया शुरू करायी जायेगी. इधर, मुखिया शिशिर डांग, उपमुखिया राजू ने कहा कि कच्ची सड़क निर्माण के लिए योजना पंचायत से पास हो चुकी है. परंतु जमीन नहीं दिये जाने के कारण पथ का निर्माण नहीं हो पा रहा है.

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