Easter 2021, Jharkhand News (सिमडेगा), रिपोर्ट- रविकांत साहू : मसीही समाज का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार ईस्टर पर्व रविवार को सादगी के साथ मनाया गया. कोरोना महामारी का असर ईसाई समुदाय के महत्वपूर्ण त्योहार पर भी देखने को मिला. पूर्व में सिमडेगा जिला अंतर्गत शामटोली महागिरजाघर में ही एक कार्यक्रम होता था जिसमें हजारों की भीड़ होती थी. लेकिन, कोरोना के कारण गिरजाघर के अलावा संत अन्ना, सेंट मेरीज में भी मिस्सा पूजा का आयोजन हुआ. संत अन्ना महागिरजाघर में विजी फादर इग्नासीयूस टेटे और दूसरी मिस्सा फादर शैलेश केरकेट्टा की अगुवाई में किया गया.
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए संत अन्ना गिरजाघर के अलावे यूसी सामटोली, संत मेरिज इंग्लिश मीडियम स्कूल परिसर और पस्टोरेट सेंटर पूरनापानी में भी धर्मविधि संपन्न हुआ. अपने संदेश में विजी फादर इग्नासीयूस ने कहा कि चालीसा काल का समय विशेष कर यीशु ख्रीस्त के दु:ख भोग, मरण और पुर्नउत्थान पर मनन चिंतन करने का समय होता है. यह पर्व खुशी, आनंद और आशा का संदेश देता है.
प्रभु यीशु ने संदेश दिया है कि प्रेम, सेवा, क्षमा, दुखियों के प्रति सहानुभूति दिखाना है. आज उसे हमारे जीवन में अमल करने की जरूरत है. उन्होंने बताया कि चालीसा समय चालीस दिन कर प्रार्थना, उपवास, तपस्या, पापों के लिए प्रायश्चित करना था. उन्होंने कहा कि ईस्टर का पर्व प्रभु येशु के पुनर्जीवित होने पर मनाया जाता है. यह पर्व हमें कई संदेश देता है.
फादर इग्नासीयूस ने कहा कि सत्य की हमेशा विजय होती है. प्रभु यीशु ने सत्य के मार्ग को अपनाया था. उन्होंने कहा कि हमें भी सत्य के मार्ग को अपनाना चाहिए. कार्यक्रम में फादर अरविंद खाखा, फादर राजन सहित कई लोग उपस्थित थे.
इससे पूर्व शनिवार की देर रात विशप के अगुवाई में संतअन्ना महागिरजाघर में रात्रि पास्का जागरण का भी आयोजन किया गया. चर्च की बड़ी घंटी को बजाकर प्रभु येसु मसीह में पुनर्जीवित होने की जानकारी लोगों को दी गयी. इसके बाद लोगों ने पास्का पर्व की एक-दूसरे को बधाई दिया.
Posted By : Samir Ranjan.