गीता भारतीय संस्कृति की विरासत: डॉ पद्मराज
गांधी मैदान में गीता जयंती पर कार्यक्रम आयोजित
सिमडेगा.
सिमडेगा में जन आक्रोश यात्रा संपन्न होने के बाद गांधी मैदान में विश्व हिंदू परिषद ने गीता जयंती पर कार्यक्रम आयोजित किया गया. सर्वप्रथम भारत माता व भगवान श्री कृष्ण के गीता उपदेश देते हुए चित्र के समक्ष दीप जला कर कार्यक्रम की शुरुआत की गयी. मौके पर विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री मिथिलेश्वर मिश्र, सह मंत्री रंगनाथ महतो, जैन मुनि डॉक्टर पद्मराज, विहिप जिलाध्यक्ष कौशल राज सिंह देव, समन्वय समिति के अध्यक्ष ओम प्रकाश साहू, कार्यक्रम के संयोजक पवन जैन आदि उपस्थित थे. इस अवसर पर सभी अतिथियों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया. जैन मुनि डॉक्टर पद्मराज जी महाराज ने कहा कि भगवान कृष्ण द्वारा दिये गये उपदेश कर्म ही पूजा को पूरे विश्व में गीता जयंती महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है. ऐसे आयोजनों से समाज में एक अच्छा संदेश फैलाया जा रहा है. गीता का उपदेश हमें सिखाता है कि लोभ, लालच, अंहकार, आलस्य, ईर्ष्या व नकारात्मक सोच को त्याग कर एक अच्छे व्यक्तित्व का निर्माण करें. उन्होंने कहा कि नकारात्मक सोच नहीं रखेंगे, तो जीवन सफल होगा. उन्होंने कहा कि गीता सुख, शांति, समृद्धि व विकास का मूल मंत्र है. हजारों साल पहले श्री कृष्ण भगवान ने गीता का उपदेश दिया था. उसे आज पूरी दुनिया मानती है. उन्होंने कहा कि सभी समस्याओं का समाधान गीता में है. गीता भारतीय संस्कृति की विरासत है और हिंदू शास्त्रों में गीता को प्रमुख स्थान दिया गया है. गीता एक ऐसा संपूर्ण विचार है, जो भारतीय संस्कृति की विरासत है. मंत्री मिथिलेश परमेश्वर ने कहा कि जब-जब धर्म की हानि हुई है, तब तब ईश्वर किसी न किसी रूप में अवतार लिए हैं. जब द्वापर काल में धर्म की हानि हो रही थी, तब भगवान श्री कृष्ण अवतार लिये और गीता का उपदेश दिया. वहीं गीता का ज्ञान आज हमारे जीवन के लिए सर्वोपरि है. वर्तमान समय में जिस प्रकार से हिंदुओं पर अत्याचार किया जा रहा है. इससे आने वाले दिनों में स्थिति और भयावह होगी. इसलिए हम सभी लोगों को संगठित रहने की जरूरत है. बजरंग दल के प्रांत संयोजक रंगनाथ महतो ने कहा कि जिस प्रकार आज हिंदुओं ने एकता का परिचय दिया है, वह सराहनीय है. हमें हमारे अल्पसंख्यक हिंदू भाइयों के प्रति हमेशा एक रहना है क्योंकि एकता में बल होता है. विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष कौशल राज सिंह देव ने कहा कि वर्तमान समय में बांग्लादेश में जिस प्रकार से हिंदुओं के पर अत्याचार हो रहा है, वह किसी से छिपा नहीं है. वर्तमान समय में हिंदुओं को एक रहने की आवश्यकता है. अपने मठ, मंदिर, धार्मिक ग्रंथ और अपने विचारों को सुरक्षित रखने की आवश्यकता है. उन्होंने आक्रोश रैली को सफल बनाने के लिए जिले के सभी सरना सनातन समुदाय का आभार व्यक्त किया. कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद के अलावा चेंबर ऑफ कॉमर्स, सभी दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष, सचिव, सदस्य एवं एकल अभियान, गायत्री परिवार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का महत्वपूर्ण भूमिका रही.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है