बुराइयों को त्याग कर धर्म के बताये रास्ते पर चलें: बिशप विंसेंट
सामटोली महागिरजाघर में 600 मसीहियों ने पहला परम प्रसाद संस्कार ग्रहण किया
सिमडेगा.
संत अन्ना महागिरजा घर में रविवार को पहला परम प्रसाद ग्रहण संस्कार समारोह हुआ. समारोह में 600 बच्चे-बच्चियों ने पहला परम प्रसाद ग्रहण किया. परम प्रसाद ग्रहण समारोह में शामिल होनेवाले बच्चे के माता-पिता और उनके अभिभावक भी गिरजाघर में मौजूद थे. पहला परम प्रसाद ग्रहण संस्कार समारोह में मुख्य अनुष्ठाता के रूप में उपस्थित सिमडेगा धर्मप्रांत के बिशप विंसेंट बरवा के नेतृत्व में मिस्सा अनुष्ठान किया गया. बिशप विंसेंट बरवा की अगुवाई में फादर इग्नासियुस टेटे के अलावा अन्य पुरोहितो ने पहला परम प्रसाद ग्रहण करने वाले बच्चों को आशीष दिया. बिशप विंसेंट बरवा ने पहला परम प्रसाद ग्रहण संस्कार समारोह के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा पहला परम प्रसाद ग्रहण करने वालों पर ईश्वर की अनुकंपा बरसती है. बिशप ने दृढ़ीकरण संस्कार ग्रहण करने से बच्चों की आत्मा पवित्र होती है. उन्होंने कहा कि दृढ़ीकरण संस्कार ग्रहण करने के बाद सारी बुराई धुल गयी व सभी बच्चे पवित्र हो गये है. उन्हें सारी बुराइयों को त्याग कर अच्छाई की राह अपनानी होगी. उन्होंने बच्चों से ईश्वर के दिखाये राह पर चलने की अपील की. उन्होंने कहा कि आज लोग धर्म के बताये राह पर नहीं चल कर गलत राह पर चल रहे हैं. युवाओं को धर्म के रास्ते पर चलने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि बुरे काम करने वालों का बुरा अंजाम होता है. इसलिए बुराइयों को हमेशा के लिए त्यागना होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है