दो वर्ष बीतने के बाद भी नहीं खुला कोलेबिरा CHC में बना ICU वार्ड, चिकित्सा प्रभारी ने बतायी वजह
उपायुक्त सुशांत गौरव ने स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों को निर्देश दिया था कि आइसीयू को चालू करने के लिए जल्द से जल्द स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित करें, ताकि कोलेबिरा प्रखंड वासियों को इसका लाभ मिल सके
कोरोना काल के दौरान स्वास्थ्य विभाग ने कोलेबिरा सीएचसी में 10 बेड का आइसीयू वार्ड बनाया गया था, जिसका उद्घाटन तत्कालीन उपायुक्त सुशांत गौरव व विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी ने किया था. आइसीयू वार्ड का उदघाटन तो हुआ, लेकिन आज तक न यह खुला और न ही इसका उपयोग किया गया. आइसीयू वार्ड नहीं खुलने से इसका लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है.
उदघाटन के वक्त उपायुक्त सुशांत गौरव ने स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों को निर्देश दिया था कि आइसीयू को चालू करने के लिए जल्द से जल्द स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित करें, ताकि कोलेबिरा प्रखंड वासियों को इसका लाभ मिल सके. किंतु दो वर्ष बीतने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग द्वारा आइसीयू वार्ड को चालू करने की दिशा में कोई पहल नहीं की गयी.
इस संबंध में पूछे जाने पर सीएचसी कोलेबिरा के चिकित्सा प्रभारी डॉ केके शर्मा ने बताया कि आइसीयू वार्ड का संचालन करने के लिए प्रशिक्षित कर्मियों की जरूरत है. विभाग की तरफ से वार्ड को चालू करने के लिए कर्मी उपलब्ध नहीं कराया गया है, जिससे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आइसीयू वार्ड को चालू नहीं किया जा सका है. जिप अध्यक्ष रोज प्रतिमा सोरेंग कहा कि प्रशिक्षित कर्मियों के नहीं होने से आइसीयू वार्ड को चालू नहीं किया गया है.
कहा कि सिविल सर्जन से बात कर आइसीयू वार्ड को चालू कराने की पहल करेंगे. प्रमुख दुतामी हेमरोम ने कहा कि दुख की बात है कि दो साल बीतने के बाद भी आइसीयू वार्ड को चालू नहीं किया गया. सांसद प्रतिनिधि चिंतामणि कुमार ने कहा कि उद्घाटन के दो साल बीतने के बाद भी चालू नहीं किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. झामुमो के केंद्रीय सदस्य फिरोज अली ने आइसीयू वार्ड चालू नहीं होने पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि जब सीएससी कोलेबिरा में आइसीयू वार्ड की स्थापना की गयी है, तो विभाग को उसे जल्द से जल्द चालू करना चाहिए, ताकि जनता को लाभ मिल सके.