सिमडेगा.
शहर के गुलजार गली बाजारटोली रोड में घनी आबादी के बीच बनाये गये कचरा डंपिंग यार्ड को हटाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने बैठक की. बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासन तत्काल कचरा डंपिंग यार्ड को नहीं हटाता है, तो वे लोग सड़क पर उतर कर आंदोलन करने को बाध्य होंगे. मांगों से संबंधित आवेदन भी जिले के उपायुक्त, एसडीओ, नगर परिषद एवं स्थानीय विधायक को सौंप कर तत्काल कचरा डंपिंग यार्ड को घनी आबादी के बीच से हटाने की मांग की गयी है. इधर, शहरी के घनी आबादी क्षेत्र से कचरा डंपिंग यार्ड बनाये जाने का लोगों ने कई बार विरोध किया है. इसके बावजूद प्रशासन द्वारा इसे हटाने की दिशा में कार्रवाई नहीं की जा रही है. घनी आबादी में डंपिंग यार्ड बनाये जाने से लोगों को सांस की बीमारी हो रही है. सांस लेने में लोगों को दुर्गंध के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कचरा डंपिंग यार्ड के बगल में स्टेडियम है, जहां पर सुबह में लोग स्वास्थ्य लाभ के लिए आते हैं. इधर. कचरा डंपिंग यार्ड के पास ही आंगनबाड़ी केंद्र है, जहां गुलजार गली, बाजारटोली व साहू मोहल्ला के छोटे छोटे बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं. आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चे भोजन भी करते हैं. ग्रामीणों ने कहा कि दुर्गंध से बच्चे बीमार हो सकते हैं. बच्चों पर दुर्गंध का प्रतिकूल असर पड़ सकता है. कचरा डंपिंग यार्ड स्थल पर ही सप्ताह में दो दिन साप्ताहिक हाट लगता है. अब तक तीन बार आगजनी की घटना हो चुकी है. यहां सोमवार व गुरुवार को बाजार में हजारों की संख्या में लोगों का आवागमन होता है. प्लास्टिक पाल लगा कर सैकड़ों दुकानें लगती हैं. अगर बाजार के दिन आगजनी की घटना हुई, तो बड़े पैमाने पर जानमाल की क्षति हो सकती है. आसपास के लोगों ने प्रशासन से जल्द से जल्द कचरा डंपिंग यार्ड को हटाने की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है