तीन चरण में लैब टेक्नीशियन को ड्यूटी देने का निर्देश
तीन चरण में लैब टेक्नीशियन को ड्यूटी देने का निर्देश
सिमडेगा : समाहरणालय स्थित उपायुक्त कार्यालय कक्ष में ट्रू-नेट मशीन से हो रही जांच की समीक्षा की गयी. बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने की. बैठक में सिविल सर्जन डॉ पीके सिन्हा, जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी सह ट्रु-नेट लैब नोडल पदाधिकारी बुका उरांव, जिला नियंत्रण कक्ष पदाधिकारी मो शहजाद परवेज मुख्य रूप से उपस्थित थे. उपायुक्त ने ट्रूनेट मशीन की कार्य क्षमता की जानकारी ली.
बताया गया कि गुरुवार को ट्रूनेट मशीन से 32 सैंपल की जांच की गयी है. इस पर उपायुक्त ने नाराजगी जतायी. कहा कि जब एक जांच रिपोर्ट प्राप्त होने में मात्र 110 मिनट लगता है, तो इतनी कम जांच क्यों हाे रही है. इतनी कम जांच का क्या औचित्य है. सिमडेगा जिला में पॉजिटिव मरीजों की संख्या बहुत ज्यादा हो गयी है. उन्होंने कहा कि कार्य में शिथिलता नहीं बरतें. उपायुक्त ने कहा कि एक दिन में 72 जांच हो सकती है.
तीन चरण में आठ-आठ घंटे की लैब टेक्नीशियन को ड्यूटी बांट दें. ट्रूनेट पदाधिकारी ने बताया कि हमारे यहां दो लैब टेक्नीशियन हैं, जिस पर उपायुक्त ने सिविल सर्जन को तीन लैब टेक्नीशियन प्रतिनियुक्त करने का निर्देश दिया. उपायुक्त ने सिविल सर्जन से कहा कि आप प्रतिदिन मॉनिटरिंग करें. दिन के 10 से रात दस बजे तक की प्रतिदिन की जांच रिपोर्ट मुझे दें. साथ ही जिस सैंपल की जांच करानी है, उसकी सूची जिला नियंत्रण कक्ष पदाधिकारी मो शहजाद परवेज को समर्पित करें.