Jharkhand Foundation Day: रामरेखाधाम का होगा समुचित विकास, जानें सिमडेगा के इस धार्मिक स्थल की महत्ता
15 नवंबर को झारखंड 22 साल का हो जाएगा. इस युवावस्था में राज्य ने कई प्रगति पथ को प्राप्त किया. राज्य में पर्यटन की अपार संभावना है. इसको लेकर पर्यटक स्थल को विकसित किया जा रहा है. इसी कड़ी में इस बार सिमडेगा के रामरेखाधाम का चर्चा कर रहे हैं, जहां कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर मेले का आयोजन होता है.
Jharkhand Foundation Day: रांची से 185 किलोमीटर और सिमडेगा जिला मुख्यालय से करीब 26 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित है पवित्र स्थान रामरेखा धाम. मान्यता के मुताबिक, 14 साल के वनवास के दौरान भगवान श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण यहां पधारे थे. यहां कुछ समय भी बिताएं थे. अग्निकुंड, चरण पंडुका, सीता चूल्हे, गुप्ता गंगा आदि जैसे कुछ पुरातात्विक संरचनाओं का यहां पता चलता. यहां कार्तिक पूर्णिमा पर हर साल एक मेला का आयोजन किया जाता है. इस मेले में विभिन्न राज्यों और सभी समुदाय के लोग यहां आते हैं और उनकी खुशी के लिए भगवान से प्रार्थना करते हैं.
कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर धार्मिक मेला का उद्घाटन
सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर रामरेखा धाम में आयोजित ऐतिहासिक विशाल धार्मिक मेले का उदघाटन केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने विधिवत रूप से पूजन पाठ एवं नारियल फोड़कर किया गया. श्री मुंडा ने रामरेखा धाम द्वारा प्रकाशित स्मारिका का भी विमोचन किया. इस मौके पर उनके आगमन के साथ ही पारंपरिक वेशभूषा के साथ उनका भव्य स्वागत किया गया. उसके बाद वे ब्रह्मलीन जयराम प्रपन्नाचार्य जी महाराज रामरेखा बाबा के समाधि स्थल पर माथा टेककर सुख समृद्धि की कामना की. इसके बाद विधिवत रूप से मेला का उद्घाटन किया.
रमणीक स्थल है रामरेखाधाम
मौके पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि भगवान श्रीराम वनवास काल में इस स्थल पर कुछ दिन बिताए थे. ऐसे पवित्र स्थल में कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर आयोजित विशाल मेले में उपस्थित होकर अच्छा लगता है. मेला में झारखंड, ओड़िशा, बंगाल, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ आदि जगहों के लोग पहुंच रहे हैं. रामरेखा धाम अत्यंत ही रमणीक स्थल है. कहा कि रामरेखाधाम के समुचित विकास के लिए वे काम करेंगे. लोगों को किस प्रकार से सुविधा मिले. यहां की कमी को जल्द से जल्द दूर करने का प्रयास किया जाएगा.
Also Read: Jharkhand Foundation Day: 1930 में देखा गया सपना 2000 में हुआ पूरा, जानें कैसे पड़ा झारखंड नामरामरेखाधाम के गुफा में केंद्रीय मंत्री ने की पूजा अर्चना
रामरेखा धाम स्थित गुफा के अंदर मंदिर में श्री मुंडा ने पूजा अर्चना की. इसके बाद मंदिर परिसर में ही अन्य लोगों के साथ बैठकर महाप्रसाद भी ग्रहण किया. इस मौके पर मुख्य रूप से पूर्व केंद्रीय मंत्री कड़िया मुंडा, डीसी आर रोनिटा, एसपी सौरभ कुमार सहित रामरेखा धाम विकास समिति के पदाधिकारी उपस्थित रहे. रामरेखाधाम विकास समिति ने विभिन्न मांगों से संबंधित मांगपत्र भी मंत्री को सौंपा.
कैसे पहुंचे रामरेखाधाम
सिमडेगा जिला मुख्यालय से 26 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस ऐतिहासिक स्थल आप सड़क, ट्रेन और हवाई मार्ग से पहुंच सकते हैं. ट्रेन से आने के लिए आप रांची रेलवे स्टेशन से या ओड़िशा के राउरकेला रेलवे स्टेशन से यहां आ सकते हैं. रांची रेलवे स्टेशन से 185 किलोमीटर की दूरी और राउरकेला रेलवे स्टेशन, ओड़िशा से रामरेखाधाम की दूरी 95 किलोमीटर है. वहीं, अगर हवाई मार्ग से रामरेखाधाम पहुंच रहे हैं, तो निकटतम हवाई अड्डा रांची में है.
रिपोर्ट : रविकांत साहू, सिमडेगा.