बिजली जलायी नहीं, विभाग भेज रहा है बिल, ग्रामीणों में रोष
परंतु मिस्त्री ने 10 केवीए के खराब ट्रांसफारमर को डेड घोषित कर दिया.अब बिना बिजली जलाये ही ग्रामीणों को बिल जमा करने को कहा जा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि 2012 से लेकर 2019 तक गांव में बिजली नहीं थी. 20 दिसंबर 2020 को पुनः गांव में बिजली आपूर्ति की गयी है. ग्रामीणों ने सांसद प्रतिनिधि को बताया कि पिछले आठ वर्षों तक गांव में बिजली नहीं थी.
Jharkhand News, Simdega News जलडेगा : सांसद प्रतिनिधि सुजान मुंडा ने जलडेगा प्रखंड अंतर्गत कोनमरला पंचायत के भुंडूपानी गांव का भ्रमण किया. भ्रमण के क्रम में ग्रामीणों के साथ बैठक की. ग्रामीणों ने बताया कि भुंडूपानी गांव में बिजली विभाग द्वारा वर्ष 2012 में बिजली तार, पौल, ट्रांसफारमर लगाया गया और वर्ष 2013 में ग्रामीणों को बिजली आपूर्ति की गयी, परंतु दो-तीन दिन जलने के बाद ट्रांसफारमर खराब हो गया. ग्रामीणों ने इसकी सूचना गांगुटोली पावर हाऊस एवं बिजली विभाग को दी. ट्रांसफारमर बनाने के लिए मिस्त्री भेजा गया,
परंतु मिस्त्री ने 10 केवीए के खराब ट्रांसफारमर को डेड घोषित कर दिया.अब बिना बिजली जलाये ही ग्रामीणों को बिल जमा करने को कहा जा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि 2012 से लेकर 2019 तक गांव में बिजली नहीं थी. 20 दिसंबर 2020 को पुनः गांव में बिजली आपूर्ति की गयी है. ग्रामीणों ने सांसद प्रतिनिधि को बताया कि पिछले आठ वर्षों तक गांव में बिजली नहीं थी.
लेकिन बिजली विभाग द्वारा बिजली उपभोक्ताओं को प्रति परिवार 12000 से लेकर 16000 हजार रुपये का बिल भुगतान के लिए भेजा गया है. ग्रामीण बिजली विभाग की कार्रवाई से डर कर ऋण लेकर, पशुधन बेच कर बिल जमा कर रहे है. मौके पर किसान बड़ाइक, मुकुट बागे, नुवेल बागे, समुवेल डांग, बोवास बागे, अजय टोपनो, बसंत डांग, जोहन सुरीन, सबानी सुरीन, दुतामी बरला, महिमा तोपनो सहित काफी संख्या में गांव के ग्रामीण उपस्थित थे.
Posted By : Sameer Oraon