झारखंड में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सिमडेगा में निकला न्याय मार्च, आरोपियों को सजा देने की मांग

झारखंड में लगातार महिलाओं पर हो रहे हिंसात्मक हमले को लेकर विभिन्न संगठनों ने सिमडेगा में न्याय मार्च निकाला. इस दौरान महिलाओं को सुरक्षा देने और आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की गयी. इस संबंध में राष्ट्रीय महिला आयोग से लेकर झारखंड राज्यपाल, सीएम और डीजीपी के नाम ज्ञापन भी सौंपा गया.

By Samir Ranjan | September 10, 2022 4:33 AM
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Jharkhand News: नेशनल काउंसिल फॉर वुमेन्स लीडर, खतियान बचाओ-जमीन बचाओ संघर्ष समिति एवं नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन वुमेन की ओर से झारखंड में महिलाओं पर हो रहे यौन हिंसा एवं हत्या के विरोध में सिमडेगा में न्याय मार्च निकाला गया. न्याय मार्च में शामिल युवक-युवतियों ने पीड़ितों की सुरक्षा, पुनर्वास और मुआवजा की मांग कर रहे थे. साथ ही स्टॉप रेप, स्टॉप वायलेंस आदि नारेबाजी कर रहे थे.

महिलाओं के लिए खराब रहा अगस्त माह

मौके पर नेशनल काउंसिल फॉर वुमेंस लीडर की सदस्य अगुस्टीना सोरेंग ने कहा कि अगस्त माह झारखंड में महिलाओं के लिए बेहद खराब रहा. इस माह में कई जघन्य घटनाएं हुई जिसने पूरे झारखंड को दहला कर रख दिया. लगातार हो रही नाबालिगों पर यौन हिंसा की घटनाओं से समाज भी शर्मशार हुआ है. कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है.

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राष्ट्रीय महिला आयोग समेत राज्यपाल और सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन

नेशनल काउंसिल फॉर वुमेंस लीडर की ओर से राष्ट्रीय महिला आयोग, राज्यपाल, मुख्यमंत्री समेत झारखंड डीजीपी के नाम ज्ञापन भी सौंपा गया है. इस मौके पर खतियान बचाओ, जमीन बचाओ संघर्ष मोर्चा के नील जस्टिन बेक, मेरी भैलेट बा, तारामनी साहू , निशा देवी, सुमंती डांग, अनूपमा कुजूर, पिंकी देवी, सुनीता बाड़ा, अनस आलम आदि मौजूद थे.


रिपोर्ट : मो इलियास, सिमडेगा.

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