सिमडेगा में मनरेगा घोटाला : बिना कुआं खोदे ही पैसे की कर ली निकासी, पढ़ें पूरी खबर
सिमडेगा की गेनमेर पंचायत में मनरेगा में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. यहां कुआं बना नहीं लेकिन राशि की निकासी हो गयी. इस मामले को मनरेगा लोकपाल ने गंभीरता से लेते हुए 28 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की बात कही, वहीं आठ लोगों से राशि रिकवरी करने की अनुशंसा की है.
सिमडेगा, मो इलियास : मनरेगा में भारी गड़बड़ी करने का मामला प्रकाश में आया है. यह मामला सिमडेगा जिला अंतर्गत बानो प्रखंड की गेनमेर पंचायत का है. यहां पर मनरेगा के तहत कुएं का निर्माण होना था, लेकिन कुएं का निर्माण तो नहीं हुआ और अधिकांश राशि की निकासी कर हो गयी. मामला तब प्रकाश में आया जब मनरेगा लोकपाल पुष्पा कुमारी सिंह ने स्थल का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्हें दूसरा कुआं दिखाया गया, लेकिन शक होने पर उन्होंने दोबारा जांच करायी, तब जाकर मामला सामने आया.
28 लोगों के खिलाफ दर्ज होगी प्राथमिकी
जांच में पता चला कि कुआं निर्माण पूरा नहीं हुआ है. अधूरा कार्य कर अभिलेख तैयार किया गया और अधिकांश राशि की निकासी कर ली गयी है. निर्माण के नाम पर मात्र चंद फिट गड्ढा कर छोड़ दिया गया है. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मनरेगा लोकपाल ने अनियमितता छुपाने के उद्देश्य से दूसरी योजना दिखाने के आरोप में 28 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की अनुशंसा की है. साथ ही आठ लोगों से पैसे की रिकवरी करने की भी अनुशंसा की है.
क्या है मामला
बानो प्रखंड की गेनमेर पंचायत निवासी तारा देवी की जमीन पर मनरेगा योजना 2018-19 के तहत कूप का निर्माण किया जाना था. जिसकी प्राक्कलित राशि तीन लाख 53 हजार 978 रुपये थी, लेकिन कूप निर्माण के नाम पर मात्र चंद फीट गड्ढा खोद कर छोड़ दिया गया. हालांकि, इस निर्माण के नाम पर दो लाख 20 हजार 481 रुपये की निकासी कर ली गयी. इसमें मजदूरी भुगतान के नाम पर 92 हजार 228 रुपये एवं मैटेरियल आपूर्ति के नाम एक लाख 28 हजार 253 रुपये शामिल है. मनरेगा लोकपाल पुष्पा कुमारी सिंह ने 18 नवंबर, 2022 को निरीक्षण के क्रम में उक्त मामले को पकड़ा. इस संबंध में लोकपाल ने कहा कि यह काफी गंभीर मामला है और इसमें कई लोगों की मिलीभगत है. जिनके खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की जा रही है.
इन लोगों के खिलाफ एफआईआर की अनुशंसा
जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर की अनुशंसा की गयी है. उसमें मुखिया अनिता डांग, पूर्व रोजगार सेवक सुरेंद्र साहू, पूर्व पंचायत सचिव सीता राम साहू, पूर्व सहायक अभियंता प्रकाश मुंडा, कनीय अभियंता मनोज कुमार, पूर्व मुखिया शहदेव जोजो, मेट मनोज महतो, प्रमोद तिवारी, मेघनाथ महतो, विश्वनाथ महतो, विनय साहू, प्रदीप साहू, नईम मियां, सनाउल्ला मियां, सलमान मियां, किशोर केरकेट्टा, मंगल महतो, धनंजय प्रसाद, दीपक सिंह, कुलेश्वर सिंह, कलेश महतो, सईद मियां, मिस्टर मियां, मलिचंद मियां, अमित, रमेश सिंह, सघना महतो, मकचुंद मियां के नाम शामिल हैं.
इनके खिलाफ पैसे की रिकवरी की अनुशंसा
जिनके खिलाफ पैसे की रिकवरी की अनुशंसा की गयी है इसमें तत्कालीन प्रखंड विकास पदाधिकारी , तत्काली प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, पूर्व रोजगार सेवक सुरेंद्र साहू, पूर्व पंचायत सेवक सीता राम साहू, पूर्व सहायक अभियंता प्रकाश मुंडा,कनीय अभियंता मनोज कुमार, पूर्व मुखिया शहदेव जोजो एवं मेट कांति देवी शामिल हैं. उक्त सभी लोगों से प्रति व्यक्ति 26 हजार 667 रूपये की राशि रिकवरी करने की अनुशंसा की गयी है.