सैनिकों के लिए राष्ट्र सर्वोपरि : डॉ चंद्रशेखर
करगिल विजय दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में वीर सैनिकों को किया गया सम्मानित
करगिल विजय दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में वीर सैनिकों को किया गया सम्मानित
सिमडेगा.
वेटरन ऑर्गेनाइजेशन ऑफ झारखंड, पूर्व सैनिक आर्मी, नेवी, एयर फोर्स और पारा मिलिट्री संगठन द्वारा शहर के डाक बंगला में करगिल विजय दिवस पर रजत जयंती महोत्सव मनाया. मौके पर करगिल के शहीदों व योद्धाओं को नमन किया गया. मुख्य अतिथि के रूप में वेटरन डॉ चंद्रशेखर उपस्थित थे. कार्यक्रम का उद्घाटन अतिथियों ने किया. सभी अतिथियों को पुष्प गुच्छ भेंट कर व शॉल ओढ़ा कर सम्मानित किया गया. मौके पर करगिल युद्ध समेत अन्य युद्ध में अपनी वीरता से दुश्मन के छक्के छुड़ाने वाले वीरों व उनके परिजनों को पुष्प व अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया. विष्णु साहू ने करगिल विजय दिवस के बारे बताया कि आज से 24 साल पहले करगिल की पहाड़ियों पर भारत के शूरवीरों ने अपनी कुर्बानी देकर विजय हासिल की थी. भारत के जवानों ने पाकिस्तानी सैनिकों के मनसूबों पर पानी फेरते हुए करगिल की चोटियों पर तिरंगा लहराया था. मुख्य अतिथि वेटरन आर्गेनाइजेशन के राष्ट्रीय संयोजक डॉ चंद्रशेखर ने कहा कि एक सैनिक के लिए राष्ट्र सर्वोपरि होता है. राष्ट्र के लिए सब कुछ भूल कर एक सैनिक अपनी जान की बाजी लगा देता है. उन्होंने कहा कि सौभाग्य से सैनिक बनने का अवसर मिलता है. उन्होंने कहा कि वह सैनिकों की हर समस्याओं के समाधान के लिए हमेशा तत्पर हैं. वेटरन आर्गेनाइजेशन के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश कुमार ने वीर शहीदों के परिजनों की समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि इस दिशा में सक्रियता पूर्वक समाधान की पहल होनी चाहिए. समारोह में राउरकेला से आयी एमएलसी जे दास, शांति बाला केरकेट्टा, अमरनाथ बामलिया, डीडी सिंह, हिलव्यू स्कूल के निदेशक समुद्र गुप्ता समेत कई पूर्व सैनिकों ने विचार व्यक्त किये. एनसीसी की संतोषी कुमारी ने प्रेरक कविता सुनायी. इस अवसर पर कारगिल युद्ध मे अदम्य वीरता का प्रदर्शन करनेवाले सिमडेगा जिला निवासी रामरतन महतो, बेलस एक्का, विलियम सोरेंग समेत शहीद सैनिकों के परिजनों को सम्मानित किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है