नक्सल कम हुआ तो चुनाव शांतिपूर्ण होने की उम्मीद

झारखंड राज्य के जंगलों व पहाड़ों के बीच बसे गुमला जिला वीर सपूतों व सैनानियों की भूमि है

By Prabhat Khabar News Desk | November 8, 2024 9:44 PM

दुर्जय पासवान, गुमला झारखंड राज्य के जंगलों व पहाड़ों के बीच बसे गुमला जिला वीर सपूतों व सैनानियों की भूमि है. जब भी देश के लिए शहादत की बात हो. या तो लोकसभा या विधानसभा चुनाव कराना हो तो गुमला के जवान आगे रहे हैं. अगर हम बात करें तो झारखंड गठन के बाद गुमला जिले के 22 सैनिक व पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं. जिसमें 15 पुलिसकर्मियों ने गुमला जिला में नक्सलियों से लड़ते हुए शहीद हुए हैं. जबकि सात सैनिक दूसरे जिलों में नक्सलियों से लड़ते हुए शहीद हुए. यहां बता दें कि झारखंड गठन के बाद गुमला जिला में नक्सलवाद का उदय हुआ. इसके बाद से इस क्षेत्र में पुलिस व नक्सलियों के बीच सैंकड़ों मुठभेड़ हुए. जिसमें पुलिसकर्मी व जवान शहीद होते रहे हैं. हालांकि, गुमला पुलिस भी नक्सलियों को मुठभेड़ में मारकर गिराते रहे हैं. यहां तक कि लोकसभा व विधानसभा चुनाव के दौरान भी कई हमले नक्सलियों ने पुलिस पर किया है. यहां तक कि बूथ पर भी हमला किया गया. परंतु, हर समय लोकतंत्र की जीत होते रही और नक्सली हारते रहे. पुलिस व सुरक्षा बलों के कारण हर समय चुनाव शांतिपूर्ण हुआ है. हालांकि पूर्व के चुनावों में कुछ विध्न पड़ा है. परंतु, पुलिस की लगातार कार्रवाई के बाद अब इलाका शांत हो गया है. भाकपा माओवादी गुमला में खत्म हो गया है. हालांकि, लोहरदगा व लातेहार के नक्सलियों के घुसने का डर रहता है. परंतु, गुमला पुलिस की जो तैयारी है. लोकसभा की तरह विधानसभा चुनाव भी बेखौफ व शांतिपूर्ण होने की उम्मीद है. गुमला में 15 जवान शहीद हुए झारखंड गठन के बाद गुमला जिले के 15 पुलिसकर्मी व जवान गुमला में नक्सलियों से लड़ते हुए शहीद हुए हैं. जिनमें पुअनि लखन मुर्मू, पुअनि गोपाल सिंह, सअनि रामबदन सिंह, सअनि क्रिस्टोफर मिंज, सअनि श्याम किशोर सिंह, हवलदार ओमप्रकाश सिंह, हवलदार फरिन्द्र मिश्रा, आरक्षी/484 राम उदय महतो, आरक्षी/424 गंगाधर महतो, आरक्षी/337 आलोक कुमार राय, आ/354 बिरेन्द्र कुमार सिंह, आरक्षी/480 परमा यादव, आरक्षी/533 सुरेन्द्र नाथ स्वांसी, आरक्षी/246 अजय कुमार सिंह व चालक आरक्षी/293 प्रकाश मिंज है. दूसरे जिलों में सात जवान शहीदगुमला जिले के सात जवान दूसरे जिलों में शहीद हुए हैं. जिनमें हवलदार बिरसा उरांव, आरक्षी संतोष गोप, आरक्षी विजय सोरंग, आरक्षी अजय कुजूर, आरक्षी समीर उरांव, आरक्षी जेवियर किन्डो व सीआरपीएफ के जवान संतोष उरांव है.

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