संक्रमित व्यक्ति के साथ भेदभाव न हो: सीएस
कोरोना संक्रमितों का बहिष्कार एवं उनके साथ हो रहे भेदभाव को मिटाने के लिए सिविल सर्जन डॉ पीके सिन्हा की अध्यक्षता में समाहरणालय के सभाकक्ष में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया.
सिमडेगा : कोरोना संक्रमितों का बहिष्कार एवं उनके साथ हो रहे भेदभाव को मिटाने के लिए सिविल सर्जन डॉ पीके सिन्हा की अध्यक्षता में समाहरणालय के सभाकक्ष में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस मौके पर सिविल सर्जन ने कहा कि किसी व्यक्ति के संक्रमित हो जाने के बाद उनके साथ सामाजिक भेदभाव नहीं होना चाहिए.
संक्रमित के ठीक होने के उपरांत उनसे सम्मानजनक व्यवहार हो. प्रायः देखा जा रहा है कि उन्हें बीमारी फैलाने का जिम्मेवार ठहरा कर सामाजिक उनका बहिष्कार किया जा रहा है, जो गलत है. उन्होंने कहा कि डॉक्टर, नर्स, फिल्ड वर्कर, अस्पताल कर्मी, सफाई कर्मी, प्रवासी व्यक्ति से अच्छा व्यवहार करें. साथ ही आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाले लोगों के प्रयासों की सराहना करें.
सोशल मीडिया पर किसी भी संदेश को पोस्ट करने से पहले विश्वसनीय स्त्रोतों से कोविड-19 से संबंधित जानकारी को क्रॉस चेक कर लें. भेदभाव करने पर संबंधित व्यक्ति पर सुसंगत धारा के तहत कानूनी कार्रवाई की जा सकती है. कार्यशाला में जिला नियंत्रण कक्ष पदाधिकारी मो शहजाद परवेज, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सीमा दीपिका टोप्पो, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रेणु बाला, जिला शिक्षा पदाधिकारी मुक्तिरानी सिंह के अलावे अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
Post by : Pritish Sahay