झारखंड: PLFI सुप्रीमो दिनेश गोप की महाबुआंग में कभी बोलती थी तूती, छापामारी में एनआईए को मिले अहम सबूत
सिमडेगा जिले के महाबुआंग थाने में दिनेश गोप के द्वारा विभिन्न कांडों को अंजाम दिए जाने के मामले की जानकारी लेने के बाद एनआईए की टीम ने छापामारी अभियान चलाया. सुरक्षा को लेकर पूरी गोपनीयता के साथ महाबुआंग थाना इलाके के ओल्हान, बुड़ारगी, बिरनीबेड़ा के अलावा अन्य इलाको में छापामारी की गई.
सिमडेगा, रविकांत साहू. रांची से एनआईए की टीम पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश गोप को लेकर महाबुआंग थाना पहुंची. रांची से काफी संख्या में वाहनों में सवार होकर एनआईए की टीम सशस्त्र बलों के साथ सुरक्षा घेरे में पुलिस के हत्थे चढ़े पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश गोप को लेकर सिमडेगा जिले के महाबुआंग थाना पहुंची. थाना में एनआईए की टीम ने दिनेश गोप से संबंधित विस्तृत जानकारी ली. साथ ही दिनेश गोप के खिलाफ दर्ज मामलों की भी जानकारी ली.
छापामारी में हाथ लगे हैं कई सबूत
महाबुआंग थाने में दिनेश गोप के द्वारा विभिन्न कांडों को अंजाम दिए जाने के मामले की जानकारी लेने के बाद एनआईए की टीम ने छापामारी अभियान चलाया. सुरक्षा को लेकर पूरी गोपनीयता के साथ महाबुआंग थाना इलाके के ओल्हान, बुड़ारगी, बिरनीबेड़ा के अलावा अन्य इलाको में छापामारी की गई. छापामारी अभियान में महाबुआंग पुलिस भी शामिल थी. छापामारी में कई सबूत एनआईए के हाथ लगे हैं. छापेमारी के दौरान बड़ी सफलता हाथ लगने की भी बाते सामने आ रही है.
महाबुआंग इलाके में दिनेश गोप की बोलती थी तूती
पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप का महाबुआंग थाना इलाके में तूती बोलती थी. महाबुआंग थाना इलाके में पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप का गढ़ था. महाबुआंग थाना इलाके के घनघोर जंगलों में दिनेश गोप ने हथियार बनाने की फैक्ट्री तक लगा रखी थी, जिसे काफी मशक्कत के बाद सीआरपीएफ और जिला पुलिस बल के जवानों ने ध्वस्त करते हुए हथियार बनाने के सामानों को जब्त किया था. महाबुआंग से सटे अन्य थाना इलाकों में भी दिनेश गोप के आतंक के कारण ग्रामीण शाम होते ही अपने घरों में दुबक जाया करते थे, वहीं व्यवसायी वर्ग शाम होने से पहले इलाका छोड़कर शहर की ओर लौट जाते थे.