महिला चिकित्सक पर हुई घटना को लेकर विरोध प्रकट किया.
प्रखंड में कोलकाता में महिला चिकित्सक पर हुई घटना को लेकर चिकित्सकों ने विरोध प्रकट किया
फोटो: 17 एसआईएम: 3- विरोध प्रर्शन में शामिल चिकित्सक व अन्य बानो. प्रखंड में कोलकाता में महिला चिकित्सक पर हुई घटना को लेकर चिकित्सकों ने विरोध प्रकट किया. मदर टेरेसा कॉलेज ऑफ नर्सिंग तथा सीएचसी बानो तथा आयुष चिकित्सा केंद्र के सभी चिकित्साकर्मियों ने संयुक्त रूप से डॉक्टरों / महिला नर्सों/ प्रशिक्षण प्राप्त कर रही डॉक्टर / नर्सों के साथ होती दुर्व्यवहार की घटनाओं को लेकर मौन रूप से विरोध प्रदर्शन किया गया. फोटो: सदर अस्पताल गेट के सामने चिकित्सकों ने किया प्रदर्शन सिमडेगा. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा शनिवार को देशव्यापी हड़ताल के आह्वान पर जिले के सरकारी और निजी अस्पतालों के डॉक्टर 24 घंटे के कार्य बहिष्कार पर रहे. कोलकाता में महिला प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने 24 घंटे के कार्य बहिष्कार का ऐलान किया है. डॉक्टर शनिवार सुबह छह बजे से रविवार सुबह छह बजे तक कार्य बहिष्कार पर रहे. हालांकि कार्य बहिष्कार के दौरान आपातकालीन सेवाएं बहाल रही. लेकिन ओपीडी और वैकल्पिक सर्जरी का संचालन नहीं किया गया. शनिवार को जिले के सरकारी डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों ने सदर अस्पताल के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया. आईएमए सदस्य डॉ सुषमा प्रभा टोप्पो ने कहा कि कोलकाता की घटना दिल दहला देने वाली घटना है. इससे आम लोगों में भी गुस्सा है. घटना के विरोध में डॉक्टर आज कार्य बहिष्कार पर है. उन्होंने कहा कि बहिष्कार का आह्वान आईएमए और झासा के संयुक्त तत्वावधान में किया गया है. डॉ सिलवंत एक्का ने कहा कि डॉक्टरो की सुरक्षा के लिए मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट अविलंब लागू किया जाये. डॉक्टरों के साथ बार-बार घटनाएं हो रही है. इसे रोकने के लिए सरकार को तत्काल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करना चाहिए. उन्होंने कहा कि कोलकाता की घटना अमानवीय घटना है. स्वास्थ्यकर्मी भी डॉक्टरों के समर्थन में है. अस्पतालों में डॉक्टरों के कार्य बहिष्कार के कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा. मरीजों को बिना इलाज के लौटना पड़ा. दिन भर अस्पताल के मेन गेट में लकटका रहा ताला फोटो: 17 एसआईएम: 7- खली पड़ी डॉक्टर की कुर्सी, 8- अस्पताल के मेन गेट में लगा रह ताला कोलेबिरा. कोलकाता में महिला चिकित्सक की हत्या एवं बलात्कार के विरोध में ऑल इंडिया चिकित्सा संस्था के द्वारा बुलायी गयी 24 घंटे की हड़ताल के कारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ओपीडी सेवा पूरी तरह ठप रही. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के ओपीडी में चिकित्सक की कुर्सी दिनभर खाली रही. जिसके चलते मरीजो को परेशानी का सामना करना पड़ा. कोई भी चिकित्सक ओपीडी नहीं पहुंचे. ओपीडी प्रवेश करने वाले गेट में दिन भर ताला लटका रहा. किंतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इमरजेंसी सेवा जारी रही. इमरजेंसी वार्ड में चिकित्सा एवं कर्मी मुस्तैद देखे गए.
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