दक्षिणी छोटानागपुर के सिमडेगा जिला स्थित सुप्रसिद्ध रामरेखा धाम में माघ पूर्णिमा पर तीन दिवसीय मेला का आयोजन किया गया. मेले के दूसरे दिन रविवार को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. माघ पूर्णिमा के अवसर पर रविवार को अहले सुबह से ही पहाड़ की चोटी पर स्थित लक्ष्मण कुंड में स्नान करके हजारों श्रद्धालुओं मंदिर के बाहर कतारबद्ध होकर दर्शन किया. श्रद्धालुओं की कतार पहाड़ी तक लगी रही.
रामरेखा धाम मेले में छत्तीसगढ़, ओड़िशा, मध्यप्रदेश व झारखंड के कोने-कोने से श्रद्धालुओं का आगमन हुआ. पहाड़ की चोटी पर स्थित गुफा के अंदर भगवान राम, माता सीता व लक्ष्मण समेत अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमा स्थापित है. रामरेखा धाम के ब्रह्मलीन बाबा जयराम प्रपन्नाचार्य जी महाराज की समाधि भी है. समाधि स्थल पर जयराम प्रपन्नाचार्य जी महाराज की प्रतिमा स्थापित की गयी है.
सबसे पहले रामरेखा स्थल में आने वाले श्रद्धालु रामरेखा बाबा की समाधि स्थल पर पूजा अर्चना करते है. इसके बाद मुख्य मंदिर की ओर बढ़ते हैं. मुख्य मंदिर में विधिवत तरीके से महिला व पुरुष श्रद्धालुओं के दर्शन की व्यवस्था की गयी है.
Also Read: सिमडेगा के रामरेखा धाम पहुंचे आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, कहा -भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए संगठित होना होगाशांतिपूर्ण माहौल में श्रद्धालुओं ने गुफा के अंदर स्थित देवी-देवताओं के दर्शन व संतों के दर्शन किये. मेला में बनारस से साधु-संत पहुंचे हैं. मेला में मुख्य रूप से खेल-तमाशा, पूजन सामग्री, खेल-खिलौने, होटल के अलावे अन्य सामग्रियों से संबंधित दुकानें भी लगायी गयी हैं.
मेला के अवसर पर अखंड हरिकीर्तन का आयोजन किया गया. मुख्य मंदिर के सामने अखंड हरिकीर्तन में लगभग दर्जनभर से भी अधिक कीर्तन मंडली शामिल हुई. अखंड हरि कीर्तन के माध्यम से श्री राम जय राम जय जय राम की गूंज रात्रि में दूर-दूर तक सुनाई दी. रामरेखा धाम के आसपास का माहौल पूरी तरह से राममय हो गया.
मेला परिसर में विधि-व्यवस्था को बनाये रखने के लिए महिला व पुरुष बल तैनात किये गये हैं. वहीं प्रशासनिक पदाधिकारी भी मेला में अपनी ड्यूटी दे रहे हैं. अनुमंडल पदाधिकारी महेंद्र कुमार रविवार को रामरेखा धाम पहुंचे. मेला का भ्रमण किया व मेला आयोजन समिति के अलावा उपस्थित पुलिस प्रशासनिक पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये.
मेला को सुचारू रूप से चलाने में सहयोग करने वाले मेला समिति के लोगों के प्रति भी आभार प्रकट किया. एसडीओ महेंद्र कुमार ने कहा कि मेले के दौरान किसी भी प्रकार की व्यवधान उत्पन्न करने वालों को बख्शा नहीं जायेगा.