रविकांत साहू
सिमडेगा : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर हम आपको एक ऐसी महिला एथलीट के बारे में बताने जा रहे हैं, जो भारत के लिए इंटरनेशनल लेवल पर गोल्ड मेडल जीतना चाहती हैं. झारखंड की एथलीट संगीता लकड़ा जुलाई-अगस्त में इंडोनेशिया में होने जा रहे वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतना चाहती हैं.
दो बच्चों की मां संगीता (40) चाहती हैं कि सरकार उन्हें थोड़ी मदद दे, तो वह अपने राज्य और देश के लिए कई मेडल जीत सकती हैं. बचपन से गरीबी में जीने वाली संगीता ने कई बाधाओं को पार करते हुए एथलेटिक्स की दुनिया में अपनी पहचान बनायी है.
संगीता के पिता ने अपनी होनहार बेटी के सपनों को पंख दिये. शीतल लकड़ा ने अपनी बेटी संगीता का कदम-कदम पर साथ दिया. उसका हौसला बढ़ाया. यही वजह रही कि संगीता ने एक के बाद एक कई मेडल जीते. फरवरी, 2020 में उन्होंने मणिपुर की राजधानी इंफाल में आयोजित 5,000 मीटर के मैराथन रेस में संगीता ने गोल्ड मेडल जीता. अब उनकी इच्छा इंडोनेशिया में आयोजित होने वाले वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने की है.
संगीता अपने सपने को पूरा करने के लिए दिन-रात मेहनत कर रही हैं. उनके गांव से शंख नदी बहती है. संगीता हर दिन सुबह-सुबह शंख नदी में बालू एवं नदी की धार के बीच दौड़ का अभ्यास करती हैं. प्रैक्टिस के दौरान प्यास लगती है, तो नदी का ही पानी पी लेती हैं. उनके इरादे बेहद मजबूत हैं. स्पोर्ट्स की दुनिया में वह अपना, अपने राज्य और देश का नाम रोशन करना चाहती हैं. इसके लिए उन्हें सरकारी मदद की जरूरत है.
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय स्तर की इस खिलाड़ी के घर शौचालय तक नहीं था. ‘प्रभात खबर’ में इस संबंध में स्टोरी छपने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि इस धाविका के घर जल्द से जल्द शौचालय बनवाया जाये. मुख्यमंत्री की इस पहल से संगीता बेहद खुश हैं. उन्हें उम्मीद है कि जिस तरह मुख्यमंत्री ने उनके घर शौचालय बनवाने के आदेश दिये हैं, उसी तरह उनकी प्रतिभा को निखारने में भी उनकी मदद जरूर करेंगे.