सिमडेगा जिले के कोलेबिरा पंचायत में आंगनबाड़ी सेविका चयन में विभाग की मिलीभगत से पोषक क्षेत्र के योग्य उम्मीदवार का चयन नहीं रके दुरे पंचायत के उम्मीदवार का चयन किया गया है. जिससे पोषक क्षेत्र के ग्रामीणों में विभाग के प्रति रोष है. विभाग के विरोध में ग्रामीण गोलबंद हो गए हैं. इन्होंने कहा है कि पोषक क्षेत्र के उम्मीदवार का चयन किया जाये. अगर ऐसा हुआ, तो सिमडेगा में उग्र आंदोलन किया जायेगा. इसी संबंध में कोलेबिरा इंद्टांड़ चबूतरा में कोलेबिरा पंचायत के प्रखंड प्रमुख दूतामी हेमरोम, विभागीय विधायक प्रतिनिधि श्यामलाल प्रसाद, ग्राम प्रधान झरिया खड़िया की उपस्थिति में ग्रामीणों की एक आवश्यक बैठक हुई. बैठक में कोलेबिरा पूर्वी आंगनबाड़ी केंद्र के सभी पोषक क्षेत्र के ग्रामीण महिला पुरुष उपस्थित थे.
ग्रामीणों ने किया विरोध
ग्रामीणों ने एक सुर में आंगनबाड़ी सेविका चयन का पूरा जोर विरोध किया. कहा कि पोषक क्षेत्र के उम्मीदवार का चयन किया जाये अन्यथा विभागीय कार्यालय में तालाबंदी की जायेगी. बैठक में ग्रामीणों ने बतलाया कि कोलेबिरा पूर्वी आंगनबाड़ी केंद्र के आंगनबाड़ी सेविका चयन के लिए रसिया पंचायत के रिंकी डुंगडुंग, गुमला जिला अंतर्गत डुमरी चैनपुर पंचायत के वीरेश कुल्लू, कोलेबिरा पंचायत के विमल बिलूंग एवं पालकोट प्रखंड के सीता देवी ने आवेदन भरा था. आंगनबाड़ी सेविका चयन प्रक्रिया में विभागीय निर्देश के अनुसार, पोषक क्षेत्र के ही उम्मीदवारों का योग्यता के आधार पर चयन करना है. दूसरी पंचायत के उम्मीदवार का चयन विभागीय कर्मियों के द्वारा कर दिया गया है. आंगनबाड़ी सेविका चयन प्रक्रिया में आयोजित ग्राम सभा में ग्रामीणों की उपस्थिति भी निश्चित संख्या में नहीं थी, जिससे चुनाव को रद्द कर दिया गया था. इधर, स्थानीय ग्रामीणों को सूचना मिली कि आंगनबाड़ी सेविका के रूप में रिंकी का चयन कर लिया गया है, जिसकी जानकारी मिलने पर ग्रामीण उग्र हो गये.
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मामले की जांच होनी चाहिए
बैठक में उपस्थित प्रखंड प्रमुख ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविका चयन प्रक्रिया में पोषक क्षेत्र के उम्मीदवार को ही चयन करने का सरकारी गाइडलाइन है. इसके बावजूद दूसरी पंचायत की उम्मीदवार का कैसे चयन किया गया. यह गलत है, इसकी जांच होनी चाहिए. चयन सरकारी गाइडलाइन के अनुसार ही करना होगा. विभागीय विधायक प्रतिनिधित्व श्यामलाल प्रसाद ने उपस्थित बैठक में कहा कि गुपचुप तरीके से आंगनबाड़ी सेविका का चयन किया गया है. यह सरासर गलत है. इसकी जांच होनी चाहिए. हम सब ग्रामीण इस चयन प्रक्रिया को नहीं मानेंगे.
अंधेरे में रख कर कराया हस्ताक्षर
ग्राम प्रधान झरिया खारिया ने कहा मुझे अंधेरे में रखकर रजिस्टर में साइन कराया गया है. मैं बैठक में उपस्थित नहीं था. चयन प्रक्रिया को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने जिले के उपायुक्त से चयन पर क्रिया को रद्द करने की मांग करते हुए पुनः नये सिरे से चयन कराने की मांग की है.