एएनएम स्कूल सभागार में बुधवार को ब्लड नाइट सर्वे अभियान को लेकर प्रशिक्षण शिविर लगा. शिविर में सीएस डॉ अजीत खलखो ने कार्यक्रम को लेकर कई दिशा-निर्देश दिये. उन्होंने बताया कि जिले में 8 से 12 दिसंबर तक फाइलेरिया बीमारी की रोकथाम के लिए ब्लड नाइट सर्वे कार्यक्रम चलेगा. इस दौरान स्वास्थ्य कर्मी रात के समय गांव-गांव जाकर ग्रामीणों का नि:शुल्क रक्त संग्रह करेंगे. रक्त पट्ट संग्रह के माध्यम से ग्रामीणों के रक्त में फाइलेरिया के वायरस है अथवा नहीं, इसकी जांच की जायेगी. उन्होंने कहा कि रक्त पट्ट संग्रह रात आठ बजे से रात 12 बजे तक चलेगा. उन्होंने कहा कि फाइलेरिया मुक्त जिला बनाने के लिए चयनित कुछ गांवों में भी यह अभियान चलाया जायेगा. सीएस ने जिले वासियों से अभियान को सफल बनाने में सहयोग करने की अपील की है. कार्यक्रम स्थल पर जाकर नि:शुल्क में अपना खून जांच कराने की अपील की. उन्होंने बताया कि फाइलेरिया के वायरस रात के समय एक्टीव होते हैं. इससे फाइलेरिया बीमारी की जांच के लिए रात के समय ही रक्त पट्ट संग्रह लिया जाता है. इधर, मलेरिया सलाहकार सुशांत कुमार ने अभियान को लेकर गांवों का चयन किया है. इसमें अभियान बानो खास, जराकेल, रायकेरा, ठेठईटांगर खास, गड़गड़ झरिया, जोराम व रायबहार, कुरडेग के कुटमाकच्छार, पतरापानी, बाघडेगा, बोलबा खास, बेलकुबा, शहरी क्षेत्र के डुमरटोली व खिजरी खास में यह अभियान चलाया जायेगा. प्रत्येक गांव से 300-300 ग्रामीणों का रक्त पट्ट संग्रह करने का लक्ष्य रखा गया है.
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